मुसाबनी. मुसाबनी प्रखंड माझी परगना महाल के उपाध्यक्ष जगदीश बास्के के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल मंगलवार को प्रखंड कार्यालय पहुंचा. यहां अंचल अधिकारी (सीओ) ऋषिकेश मरांडी को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा. इसमें आरोप लगया गया कि पारसनाथ पहाड़ पर जैन समुदाय ने वन भूमि पर अतिक्रमण किया है. इसकी जांच सेवानिवृत्त न्यायाधीश की अध्यक्षता में बनी कमेटी से करायी जाये. इसके बाद अतिक्रमण को हटाने और दोषियों पर सख्त कानूनी कार्रवाई, मारांग बुरु में संताल आदिवासियों के अधिकार को सुरक्षित करते हुए सुप्रीम कोर्ट के आदेश का अनुपालन करने, आदिवासियों की पहचान के लिए झारखंड विधानसभा से पारित सरना आदिवासी धर्म कोड को लागू करने, मारांग बुरु संस्थान के पूर्व संस्थापक अध्यक्ष स्व अजय टुडू हत्याकांड की जांच सीबीआइ से करने आदि मांग रखी गयी. प्रतिनिधि मंडल में माझी परगना महाल के प्रखंड सचिव फागूलाल किस्कू, रांगामाटिया के माझी बाबा कान्हू बास्के, डुंगरी के जीवन हेंब्रम, बलियागोड़ा बाड़ेडीह के श्याम चरण मुर्मू, धोबनी के चंद्राय मुर्मू ,उल्डाही के कारूराम बास्के, बेनासोल के पोरेश मुर्मू, जामसोल के सिमल मार्डी, पारुलिया के अशोक कुमार सोरेन, सोनागाढ़ा के नागेंद्र माडी, सड़कघुटू के सालखान किस्कू, तेरंगा के भागीरथी सोरेन, मोहनडेरा के दिवाकर हेंब्रम, रायपहाड़ी के प्रकाश सोरेन, लाउकेसरा के मातू मार्डी, तिलावानी के गोपाल मुर्मू, काटसकरा के ग्राम प्रधान पालू माझी सहित विराम मुर्मू आदि शामिल रहे.
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