घाटशिला.
मऊभंडार में सुवर्णरेखा परियोजना द्वारा कराये जा रहे शाखा कैनाल निर्माण के दौरान गुरुवार को बड़ा हादसा टल गया. मऊभंडार ओपी के ऑटो स्टैंड से मस्जिद जाने वाली सड़क पर कैनाल निर्माण में लगी एक ओवरलोड गाड़ी नाली में धंसने के कारण फंस गयी. गनीमत रहा कि वाहन पास के घर की दीवार से टकराने से बच गयी. इससे जान-माल की क्षति नहीं हुई. घटना के बाद स्थानीय लोगों में सुवर्णरेखा विभाग, संबंधित एजेंसी और एचसीएल-आइसीसी प्रबंधन के प्रति भारी नाराजगी देखी गयी. लोगों का आरोप है कि नियमानुसार कैनाल निर्माण की सामग्री की ढुलाई नदी किनारे से होनी चाहिए. पर एजेंसी द्वारा भारी वाहनों को मऊभंडार टाउनशिप के बीच से रोजाना चलाया जा रहा है. इससे ऑटो स्टैंड से गुरुद्वारा, बी-ब्लॉक चौक और मस्जिद तक की सड़क और नालियां बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो चुकी हैं. यहां हर दिन दुर्घटना का खतरा बना रहता है. इसके बाद नाराज लोगों ने कैनाल निर्माण में लगी गाड़ियों की आवाजाही पर रोक लगा दी. सूचना मिलने पर मऊभंडार ओपी प्रभारी नीरज गुप्ता मौके पर पहुंचे. जेसीबी की मदद से वाहन को बाहर निकाला.मऊभंडार ओपी में हुई बैठक नुकसान की भरपाई की मांग
मऊभंडार ओपी में बैठक की गयी. इसमें सुवर्णरेखा विभाग के कार्यपालक अभियंता, संबंधित एजेंसी के प्रतिनिधि, आइसीसी के एजीएम एके गुप्ता, ओपी प्रभारी तथा पूर्वी मऊभंडार पंचायत के उप मुखिया रुपेश दूबे शामिल हुए. बैठक में उप मुखिया ने बी-ब्लॉक चौक से मस्जिद तक सड़क और नालियों के निर्माण की मांग की. कहा कि आम लोगों की सुरक्षा से खिलवाड़ किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जायेगा. वहीं सुवर्णरेखा विभाग के अधिकारियों ने मांग पत्र लेने के साथ ही सड़क को अस्थायी रूप से दुरुस्त करने, नियमित रूप से पानी का छिड़काव कराने तथा कुछ माह के भीतर सड़क और नाली निर्माण कराने का भरोसा दिया. विदित हो कि मऊभंडार सुवर्णरेखा नदी किनारे शाखा कैनाल का निर्माण लॉड्स कंपनी द्वारा कराया जा रहा है. पर एजेंसी की लापरवाही के कारण टाउनशिप के लोगों को लगातार परेशानी हो रही है. स्थानीय लोगों ने बताया कि बी-ब्लॉक चौक से मस्जिद तक सड़क और दोनों ओर की नालियां भारी वाहनों से धंस चुकी हैं.
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