चाकुलिया. चाकुलिया प्रखंड की बिरदोह पंचायत स्थित उमवि बड़ानाटा में पहली से आठवीं कक्षा तक के 152 विद्यार्थियों का भविष्य भंवर में है. उनकी पढ़ाई का जिम्मा दिव्यांग पारा शिक्षिका उमारानी दास के भरोसे है. वह चलने-फिरने में असमर्थ हैं. नजदीक गांव तिलाबनी में रहती हैं. उनके पति स्कूल पहुंचाने और वापस लाने में मदद करते हैं. शिक्षिका उमारानी दास ने बताया कि स्कूल में शिक्षक की कमी है. एक वर्ष पहले एक शिक्षक को प्रतिनियुक्त किया गया था. 17 दिसंबर, 2025 को उक्त शिक्षक का प्रतिनियोजन रद्द कर दिया गया. अब एकमात्र शिक्षिका है. स्कूल के कागजी काम करते-करते सारा समय गुजर जाता है. बच्चों की पढ़ाई नहीं हो पाती है. बच्चे स्कूल आते हैं, पर उन्हें शिक्षा देने वाला कोई नहीं है.
स्कूल में पढ़ते हैं तीन गांव के बच्चे
बड़ानाटा स्कूल में तीन गांवों के बच्चे पढ़ने आते हैं. तिलाबनी, बड़ानाटा और ढेंगाम गांव के बच्चों के लिए मिडिल स्कूल ही शिक्षा का केंद्र है.एमडीएम की रिपोर्ट बना रही थीं शिक्षिका, स्कूल में खेल रहे थे बच्चे
शनिवार को प्रभात खबर के प्रतिनिधि बड़ानाटा उमवि पहुंचे. स्कूल के तमाम बच्चे परिसर में खेल रहे थे. दिव्यांग पारा शिक्षका उमारानी दास अपने कमरे में बैठकर मध्याह्न भोजन की रिपोर्ट तैयार कर रही थीं. उन्होंने कहा कि बीआरसी से एमडीएम की डिटेल्स मांगी गयी है. आज रिपोर्ट तैयार कर बीआरसी परिसर पहुंचना है.– विभाग को अवगत कराया गया है. नये शिक्षक पदस्थापित किये जा रहे हैं. यदि विभाग ने स्कूल में शिक्षक पदस्थापित नहीं किया, तो बच्चों की पढ़ाई के लिए जल्द शिक्षक की प्रतिनियुक्ति की जायेगी. –
तेजिंदर कौर,
बीइइओ, चाकुलिया– विद्यालय में शिक्षकों की कमी के कारण बच्चों की पढ़ाई बुरी तरह से प्रभावित हो रही है. विभाग को बार-बार अवगत कराने के बाद भी स्कूल में शिक्षक नहीं दिये गये हैं. इससे ग्रामीणों में रोष है.-साधन नायक
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