पटमदा. पटमदा के कुलटांड़ स्थित पंचमुखी हनुमान मंदिर परिसर में गुरुवार को सेवानिवृत्त शिक्षक शरत सिंह सरदार की अध्यक्षता में त्रिस्तरीय पंचायत प्रतिनिधि सह ग्राम प्रधान मिलन समारोह आयोजित हुआ. कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्य अतिथि पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया. कार्यक्रम को संबोधित करते हुए अर्जुन मुंडा ने कहा कि पेसा कानून अपनी भाषा, परंपरा और जीवन पद्धति को बनाए रखने के लिए बना है. सरकार की योजनाएं धरातल तक पहुंचे, यह सुनिश्चित करना भी जरूरी है. लोकतंत्र में सभी को समान अधिकार है और प्रत्येक व्यक्ति को अपने दायित्व को समझना चाहिए. 1977 के बाद मेरे कार्यकाल में वर्ष 2010 में राज्य में पहली बार त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव हुए थे. पंचायती राज व्यवस्था को सशक्त बनाना आवश्यक है ताकि प्रशासन ग्राम स्तर तक सक्रिय हो सके. पंचायत को मजबूत व सशक्त बनाएंगे तभी बीडीओ पंचायत के पीछे घूमेंगे. उन्होंने यह भी कहा कि राज्य की राजकीय भाषा हिंदी है, जबकि बंगाल सीमा से सटे क्षेत्रों में बांग्ला का प्रचलन है. ग्राम प्रधान संघ के सचिव मृत्युंजय महतो ने धर्मांतरण के प्रयासों को लेकर ग्रामीणों को सतर्क रहने की अपील की. सामाजिक एकता बनाए रखने पर जोर दिया. कार्यक्रम में पंचायत प्रतिनिधि, ग्राम प्रधान तथा पत्रकारों को अंग वस्त्र देकर सम्मानित किया गया. सैकड़ों बुजुर्गों में कंबल व शॉल का वितरण किया गया. वनवासी कल्याण केंद्र, जमशेदपुर महानगर की ओर से अर्जुन मुंडा को शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया. अंत में सभी के लिए भंडारे का भी आयोजन हुआ. कार्यक्रम में क्षेत्र के पंचायत प्रतिनिधियों, स्थानीय जनप्रतिनिधियों, समाजसेवियों और पत्रकारों की उपस्थिति रहीं.
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