मुसाबनी : आदिवासियों को अपनी परंपरा एवं संस्कृति को बचाये रखने के लिए आगे आना होगा. उक्त बातें झामुमो के केंद्रीय महासचिव सह समाजसेवी बाबूलाल सोरेन ने बुरू शिकारिया स्पोर्ट्स क्लब बागजांता में पुरस्कार वितरण समारोह में बतौर मुख्य अतिथि कही. श्री सोरेन ने कहा कि परंपरा एवं संस्कृति ही हमारी पहचान है.
आने वाली पीढ़ी को हमारी परंपरा एवं संस्कृति को बचाये रखने की जिम्मेवारी है. मौके पर शिकार पर्व के दूसरे दिन आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया. सिंग सिंगराई, फिरकाल नृत्य प्रस्तुत करने वाले सफल प्रतिभागियों को बाबूलाल सोरेन पुरस्कृत किया. मौके पर झामुमो गुड़ाबांदा प्रखंड अध्यक्ष सुराई टुडू, मुखिया नानी सोरेन, ग्राम प्रधान मंगल हांसदा, रामदास सोरेन, सूमो यूनियन के महासचिव रमेश मांझी, क्लब के भोगला मार्डी, फागू हांसदा, रूपाई हांसदा, रामदास सोरेन, आदि उपस्थित थे.
विरासत में मिली संस्कृति का संरक्षण करें युवा: षाड़ंगी
समारोह में विधायक कुणाल षाड़ंगी ने कहा कि कमेटी के तत्वावधान में आयोजित यह कार्यक्रम अपनी परंपरा और संस्कृति बचाने का प्रयास है. हमारे पूर्वजों से विरासत में मिली संस्कृति को युवा संरक्षण दें. झारखंडी संस्कृति अनमोल है. विधायक ने कहा कि कुछ विधायक और मंत्रियों ने सीएनटी-एसपीटी एक्ट के संशोधन में अपनी भागीदारी निभायी है और ग्रामीणों के बीच आकर उसका विरोध करते हैं. ग्रामीण ऐसे विभीषण को पहचानें और उनका सामाजिक बहिष्कार करें.
समारोह के पूर्व अतिथियों ने केरूकोचा चौक पर स्थापित शहीद साबुआ हांसदा की मूर्ति पर मार्ल्यापण कर श्रद्धांजलि दी. नेताओं ने साबुआ हांसदा अमर रहे, झामुमो पार्टी जिंदाबाद का नारा लगाया. मौके पर इंदा सिंहराय, सिंह-सिंहराय, दंगेड़ ऐनेज प्रतियोगिता आयोजित हुई. प्रतियोगिता के विजयी प्रतिभागियों को कमेटी द्वारा पुरस्कृत किया गया.
मौके पर चाकुलिया नगर पंचायत के अध्यक्ष श्रीनाथ मुर्मू, जिप सदस्य शिव चरण हांसदा, साहेबराम मांडी, मनोरंजन महतो, गोपन परिहारी, श्याम मांडी, धनंजय करूणामय, मोहन सोरेन, बलराम महतो, निर्मल महतो, कमेटी के सचिव हातु मांडी, मिठु हांसदा, डमन मांडी, रामचंद्र सोरेन, शुकलाल मुर्मू, लाल मांडी, कान्हुराम हांसदा समेत सैकड़ों लोग उपस्थित थी.