जन प्रतिनिधियों की उदासीनता के कारण वर्षो से सड़कें जजर्र
घाटशिला : एनएच 33 तो बदहाल है ही, घाटशिला शहर की मुख्य सड़क भी वर्षो से जजर्र हाल में हैं, परंतु जनप्रतिनिधियों ने कभी इसकी परवाह नहीं की. नतीजतन आम जनता के सब्र का बांध टूट गया. आक्रोशित लोगों ने जजर्र सड़क के मुद्दे को लेकर सड़क पर उतरने की घोषणा कर दी है.
घाटशिला मैक्सी-टैक्सी एसोसिएशन, शिक्षित बेरोजगार टेंपो चालक संघ एवं रिक्शा चालक संघ की ओर से गुरुवार को घाटशिला बंद की घोषणा की है. इस बंद को अन्य नौ संगठनों ने भी समर्थन दिया है. इससे कल का बंद प्रभावी होगा.
वाहन परिचालन बंद रहेगा
चालक और रिक्शा संघ ने कहा कि बंद के समर्थन में गुरुवार को घाटशिला में टेंपो, रिक्शा, टेकर, कमांडर, बस आदि वाहनों का परिचालन बंद रहेगा.
बंद में इनका भी समर्थन
घाटशिला बंद को सफल बनाने के लिए छात्र संघ एआइडीएसओ, घाटशिला समाज सुरक्षा समिति,घाटशिला जिला परिषद सदस्य राजू कर्मकार और लक्ष्मी मुमरू, मुसाबनी जिप सदस्य सुकलाल हेंब्रम, बहरागोड़ा जिप सदस्य गीता मुमरू, मुसाबनी बस एसोसिएशन, गौरी कुंज उन्नयन समिति, झारखंड एगेंस्ट क्रप्सन ने समर्थन दिया है.
दुकानदार व व्यवसायियों से बंद में समर्थन की अपील
संघ ने घाटशिला के दुकानदारों, व्यवसासियों से भी अपील करते हुए कहा कि जजर्र सड़क के निर्माण एवं मरम्मती की मांग के समर्थन में बंद का समर्थन करते हुए अपनी दुकानों को बंद रखें.