प्रतिनिधि, दुमका नगर उपराजधानी दुमका में अखिल भारतीय कायस्थ महासभा के तत्वावधान में वृहस्पतिवार को बांधपाड़ा स्थित श्री चित्रगुप्त मंदिर में कलम और दवात के देवता भगवान चित्रगुप्त की पूजा की गयी. यजमान के रूप में मौजूद राजाराम को पुरोहित सरोज पांडेय ने संकल्पित कराकर पूजा कराया. इस अवसर पर शाम में कायस्थ परिवार से जुड़ी महिलाओं को नृत्य, संगीत में भाग लेने और विशिष्ट क्षेत्र के लिए प्रशस्ति-पत्र से सम्मानित भी किया. कायस्थ समाज के लोग अपने घरों और मंदिरों में अपने आराध्य भगवान चित्रगुप्त महाराज की प्रतिमा के समक्ष कलम- कॉपी रखकर पूजा की. ऐसी मान्यता है कि हिंदू धर्म में भगवान चित्रगुप्त की पूजा का विशेष महत्व है. वे कायस्थों के आराध्य देवता है. वे मनुष्यों के कर्मों का लेखा-जोखा भी रखते हैं. कायस्थ समाज के लोग इस दिन सफेद कागज में कलम से अपनी इच्छा को पूजा के बाद भगवान चित्रगुप्त को समर्पित करते हैं. इस दिन परिवार के लोग कलम और दवात का इस्तेमाल नहीं करते हैं. मौके पर चित्रगुप्त समाज के जिलाध्यक्ष दयानंद श्रीवास्तव, महासचिव विनय सिन्हा, सत्येंद्र नारायण प्रसाद, रमण कुमार वर्मा, मनोज कुमार घोष, संजय घोष, प्रतिमा अंबष्ठ, गजेंद्र अंबष्ठ, भवानी शंकर प्रसाद, निशिकांत बरियार, सुरेंद्र प्रसाद सिन्हा, रेणु सिन्हा, आलोक कुमार, राजीव नंदन, समीर कुमार सिन्हा, योगेंद्र प्रसाद, सत्येंद्र लाल, डाॅ अमरेंद्र सुमन, राजेश अंबष्ठ, तुषार सिन्हा, शशांक सिन्हा, अरविंद कुमार, जयदीप कुमार, रंजीत कुमार, सुमन देवी, कृष्णा कुमार, ऋद्धि कुमारी, कृष्ण घोष, नवल किशोर सिन्हा, किशोर, रिया, टीया, सुमित कुमार तथा सैकड़ों चित्रांश शामिल हुए.
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