दुमका (संवाददाता). सिदो-कान्हु मुर्मू विश्वविद्यालय के सभागार में बुधवार को एक समारोह का आयोजन कर नवनियुक्त कुलपति प्रोफेसर डॉ कुनुल कंदीर का स्वागत व अभिनंदन किया गया. कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के लोकपाल एवं पूर्व कुलपति प्रो मनोरंजन प्रसाद सिन्हा बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए. कुलपति ने अपने संबोधन में कहा कि यह विश्वविद्यालय हम सभी का है और हम सभी को मिलकर इसे बेहतर बनाना है. उन्होंने स्पष्ट किया कि वे विश्वविद्यालय में अधूरे पड़े कार्यों को प्राथमिकता से पूरा करेंगी. उन्होंने यह भी बताया कि पूर्व में प्रतिकुलपति द्वारा जो भी सकारात्मक पहल की गयी है, उसे और मजबूत किया जाएगा. उन्होंने विशेष रूप से शोध गतिविधियों, नैक मूल्यांकन, आधारभूत संरचना, गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और छात्र कल्याण पर ध्यान देने की प्रतिबद्धता व्यक्त की. प्रो कंदीर ने कहा कि विश्वविद्यालय में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए सभी शिक्षकों को प्रेरित किया जाएगा. शोध पत्र अच्छे जर्नल में प्रकाशित करना अनिवार्य किया जाएगा. साथ ही छात्रों की समस्याओं के समाधान हेतु अलग से एक केंद्र की स्थापना की जाएगी.
उन्होंने खेलकूद के अवसरों को बढ़ाने, छात्रों के लिए यातायात सुविधा विकसित करने और सभी विभागाध्यक्षों तथा प्राचार्यों को 75% उपस्थिति सुनिश्चित करने का निर्देश भी दिया. सभी काॅलेजों में शिक्षक-कर्मचारियों की नियमित बायोमीट्रिक उपस्थिति दर्ज कराने को कहा गया, ताकि अनुशासन और पारदर्शिता बनी रहे. अगर कहीं बायोमीट्रिक डिवाइस खराब है, तो उसे बिना किसी विलंब के दुरुस्त कराया जाए. मशीन खराब रहने पर प्राचार्य ठीक नहीं कराएंगे, तो उनपर एक्शन होगा. इंटर्नल परीक्षा को छात्र ही नहीं शिक्षक भी गंभीरता से लें. सभी छात्र इसमें शामिल हों, यह भी सुनिश्चित हो.अंगवस्त्र देकर प्रो कुनुल व प्रो सिन्हा को किया सम्मानित :
इस अवसर पर प्रतिकुलपति प्रो बिमल प्रसाद सिंह ने भी अपने विचार रखे और कहा कि विश्वविद्यालय की प्रगति में सभी की भागीदारी अनिवार्य है. उन्होंने कहा कि प्रो कंदीर के नेतृत्व में विश्वविद्यालय एक नयी दिशा में अग्रसर होगा और सभी शिक्षकों, कर्मचारियों और छात्रों को इस विकास यात्रा में योगदान देना होगा. वहीं वित्त सलाहकार बृजनंदन ठाकुर ने विश्वास जताया कि प्रो कंदीर के अनुभव और कार्यकुशलता से विश्वविद्यालय को निश्चित रूप से लाभ होगा. उन्होंने कहा कि सभी के सामूहिक प्रयास से विश्वविद्यालय को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया जा सकता है. धन्यवाद ज्ञापन डीएसडब्ल्यू डॉ जैनेंद्र यादव ने किया. इससे पूर्व कुलसचिव डॉ राजीव कुमार ने सभी अतिथियों का स्वागत किया. मंच संचालन डॉ अमिता कुमारी ने किया. इस अवसर पर विवि परिवार की ओर से प्रो कुनुल व प्रो सिन्हा को क्रमश: साड़ी व अंगवस्त्र प्रदान कर सम्मानित किया गया. सभी संकायाध्यक्ष, विभागाध्यक्ष, सभी अंगीभूत एवं संबद्ध महाविद्यालयों के प्राचार्यगण, स्नातकोत्तर विभाग के शिक्षकगण, गैर-शैक्षणिक कर्मचारी और बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थित थे.शिक्षक व पदाधिकारी विवि के लिए लाइबिलिटी नहीं, एसेट बनें: एमपी सिन्हा
मुख्य अतिथि प्रो मनोरंजन प्रसाद सिन्हा ने अपने संबोधन में विश्वविद्यालय के पुराने अनुभवों को साझा करते हुए कुलपति को विश्वविद्यालय की प्रगति में अहम भूमिका निभाने की सलाह दी. उन्होंने कहा कि प्रो कंदीर अत्यंत सरल स्वभाव की, दूरदृष्टि रखने वाली और कुशल प्रशासक हैं. उनके नेतृत्व में विश्वविद्यालय अकादमिक, शोध और नैक मानकों की दिशा में उल्लेखनीय प्रगति करेगा. उन्होंने रिसर्च को बढ़ावा देने, नैक मूल्यांकन की तैयारियों को प्राथमिकता देने और इंफ्रास्ट्रक्चर एवं छात्र सुविधा से जुड़े कार्यों को गति देने पर बल दिया. उन्होंने कहा कि विवि के विकास को लेकर सभी अधिकारियों को भी सजग रहने की आवश्यकता है. उन्होंने कहा कि सभी शिक्षक व पदाधिकारी विवि के लिए लाइबिलिटी नहीं, एसेट बनें और खुद को एसेट बनाएं. आपका क्या कंट्रीब्यूशन इस विवि को मिल रहा, इसका चिंतन करें. अपने विजन को सही जगह पर उतारें. आज जेएनयू-डीयू से भी बेहतर क्लासरूम आपके पास हैं. आपके पास लैब के इक्युपमेंटस ऐसे-ऐसे हैं, जो दूसरे के पास नहीं है. इसका उपयोग करें और कराएं. कहा कि पिछले दिनों जब केंद्र सरकार सभी विश्वविद्यालय को अपनी प्रयोगशालाओं को समृद्ध करने के लिए दस-दस करोड़ रुपये प्रदान कर रही थी, तब उसके लिए झारखंड के किसी विवि ने अपना आग्रह नहीं भेजा, यह दुर्भाग्यपूर्ण है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है