प्रतिनिधि, रामगढ़. पोषण पखवारा के तहत प्रखंड के विभिन्न आंगनबाड़ी केंद्रों में ग्रामीण महिलाओं के बीच पोषण जागरुकता कार्यक्रम चलाया जा रहा है. आंगनबाड़ी केंद्र सह प्री नर्सरी स्कूल स्तर पर पोषण जागरुकता कार्यक्रम आयोजित कर स्थानीय स्तर पर उपलब्ध केला, पपीता, अमरूद, शहतूत, केंद जैसे फलों के साथ-साथ सहजन, साग, सीम, भिंडी,लौकी, कटहल, झिंगली, करेला जैसे पोषण प्रदान करने वाले फलों एवं सब्जियों की प्रदर्शनी लगायी. मोटे अनाज तथा दालों को भी शामिल किया जा रहा है. महिलाओं व बच्चों को पोषण की कमी से होने वाले एनीमिया सहित अन्य रोगों की जानकारी भी दी जा रही है. आंगनबाड़ी केंद्रों में गोद भराई जैसे संस्कार भी आयोजित किये जा रहे हैं. बाल विकास परियोजना कार्यालय रामगढ़ की प्रखंड समन्वयक अर्पणा कुमारी के अनुसार पोषण पखवारा कार्यक्रम के अंतर्गत प्रखंड के सभी कलस्टरों के आंगनबाड़ी केंद्रों में पोषण जागरुकता कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे हैं. कई गांवों में पोषण जागरुकता कार्यक्रम का आयोजन किया जा चुका है. अपर्णा कुमारी के अनुसार पोषण जागरुकता कार्यक्रम में उपस्थित महिलाओं को अपने घर के आस-पास मौजूद खाली पड़ी जमीनों में सहजन, पपीता, शहतूत, कटहल आदि के पौधे लगाने के साथ-साथ अपनी आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए हरी सब्जी की खेती करने के लिए भी प्रेरित किया.सब्जी व मड़ुवा जैसे मोटे अनाजों के उपयोग से मिलने वाले पोषक तत्वों की जानकारी दी. गर्भवती महिलाओं व बच्चों के वजन का हिसाब भी दर्ज किया जा रहा है. अर्पणा कुमारी ने बताया कि 8 अप्रैल से प्रारंभ पोषण पखवारे का समापन 22 अप्रैल को होगा. विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जायेगा. कार्यक्रम का समापन प्रखंड स्तर पर पोषक व्यंजनों की प्रतियोगिता के साथ होगा. इसमें विभिन्न आंगनबाड़ी केंद्रों की सेविका एवं सहायिकाओं द्वारा तैयार व्यंजनों को प्रदर्शित किया जायेगा.
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