सरैयाहाट/रानीश्वर/जामा. जिले के विभिन्न प्रखंडों में बुधवार को सेवा का अधिकार सप्ताह के तहत विशेष शिविरों का आयोजन किया गया. सरकारी सेवाओं और योजनाओं से जुड़ी समस्याओं के समाधान के उद्देश्य से लगाए गए शिविरों में ग्रामीणों की भारी भीड़ उमड़ी. सरैयाहाट प्रखंड के मटिहानी, कोरदाहा, गादीझोंपा व दिग्घी पंचायत भवन में आयोजित शिविरों में जाति, निवासी, आय, मृत्यु प्रमाण पत्र सहित स्वास्थ्य, पशुपालन, श्रम एवं पेंशन से संबंधित बड़ी संख्या में आवेदन प्राप्त हुए. शिविर में सरकारी योजनाओं का लाभ लेने पहुंचे ग्रामीणों में नाराजगी भी देखने को मिली. मंईयां सम्मान योजना का आवेदन कहीं भी स्वीकार नहीं किए जाने से लोगों ने असंतोष जाहिर किया. ग्रामीणों का कहना था कि सरकार द्वारा शुरू की गयी इस योजना का लाभ लेने वे लगातार शिविरों में पहुंच रहे हैं, लेकिन आवेदन न लेने से उन्हें लौटना पड़ रहा है. शिविर में मौजूद कर्मियों ने लोगों की नाराजगी झेली. मौके पर बीपीओ कन्हैयालाल झा, गौरव कुमार, मुखिया रंजू देवी, सुनीता हेंब्रम, यशोदा देवी, अनिल कुमार, संजय मिश्रा, राजेश चौधरी सहित अन्य कर्मी उपस्थित रहे. रानीश्वर प्रखंड के सुखजोड़ा, पाटजोड़ और गोबिंदपुर पंचायतों में भी बुधवार को सेवा का अधिकार सप्ताह के तहत शिविर लगाए गए. इन तीनों पंचायतों में कुल 275 आवेदन प्राप्त हुए, जिनमें से 136 आवेदनों का तत्काल निष्पादन किया गया. बीडीओ राजेश कुमार सिन्हा ने सभी शिविरों का निरीक्षण किया और कार्यों की प्रगति की जानकारी ली. तीनों पंचायतों में लाभुकों के बीच प्रमाण पत्र भी वितरित किए गए. कार्यक्रम में जिप सदस्य बिमान सिंह, मुखिया, पंचायत सचिव और अन्य अधिकारी उपस्थित थे. जामा प्रखंड में सेवा का अधिकार सप्ताह कार्यक्रम के अंतर्गत बारा, सरसाबाद, थानपुर और भटनिया पंचायत भवन में विशेष शिविरों का आयोजन किया गया. शिविर का उद्घाटन बीडीओ डॉ. विवेक किशोर ने किया. शिविरों में जाति, निवासी, आय, जन्म, मृत्यु प्रमाण पत्र, राशन कार्ड, भूमि मापी, दाखिल-खारिज, सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजनाओं सहित विभिन्न लोक कल्याणकारी योजनाओं से जुड़े मामलों के कुल 1815 आवेदन प्राप्त हुए. शिविर में बीपीआरओ उमेश शर्मा, प्रभारी कृषि पदाधिकारी गौरव कुमार, बीपीओ सीताराम मुर्मू, सीआई जितेन्द्र कुमार, सहायक संजीव कुमार दास सहित प्रखंड एवं अंचल के कर्मी उपस्थित रहे. सेवा का अधिकार सप्ताह के दौरान लगाए जा रहे इन शिविरों में जहां लोगों को त्वरित सेवाएं मिल रही हैं, वहीं कुछ क्षेत्रों में योजनाओं के आवेदन नहीं लिए जाने की शिकायतें भी सामने आयी हैं. ग्रामीणों की अपेक्षाओं को देखते हुए प्रशासन से इस पर ध्यान देने की मांग की जा रही है.
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