सरैयाहाट. इंटरमीडिएट कला संकाय में जिला के टॉप टेन में आरके हाइस्कूल सरैयाहाट की लड़कियों ने बेहतर प्रदर्शन कर अपने परिवार सहित प्रखंड का नाम रोशन किया है. बेहतर संसाधन की कमी रहने के बावजूद इस स्कूल का परिणाम आने वाले छात्रों के लिए प्रेरणास्रोत बनेंगे. प्लस टू आरके हाईस्कूल सरैयाहाट के पांच छात्रों ने इस बार टॉप टेन जगह बनायी है. सेकेंड टॉपर में ज्योति कुमारी 441, थर्ड टॉपर सोहानी कुमारी 439, सातवीं टॉपर शिवानी कुमारी 434, नौवें स्थान पर रूपम कुमारी 432 तथा दसवें स्थान पर रूपा कुमारी ने 430 अंक प्राप्त किया है. प्रभारी प्रधानाध्यापक वीरेंद्र कुमार ने सभी छात्र-छात्राओं के बेहतर प्रदर्शन पर खुशी जताते हुए भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी है. वहीं विधायक प्रदीप यादव ने कहा कि इस सरकारी विद्यालय के निरंतर बेहतर होते परिणाम यह सिद्ध करते हैं कि सरकारी विद्यालय भी गुणवत्ता के मामले में किसी से कम नहीं हैं. हमने स्वयं इस विद्यालय के सर्वांगीण विकास के लिए निरंतर प्रयास किए हैं और जब ऐसे उत्कृष्ट परिणाम सामने आते हैं, तो लगता है कि हमारी मेहनत सार्थक हुई है. इस अभूतपूर्व सफलता के लिए विद्यालय के सभी छात्र-छात्राओं, अभिभावकों, शिक्षकों एवं विद्यालय प्रबंधन को हृदय से बधाई.
शिक्षिका बनना चाहती है ज्योति व रूपम, जबकि सिविल सेवा में जाना चाहती है सोहानी :
जिले की सेकेंड टॉपर रही ज्योति कुमारी चरकापाथर में रहती है. वह आगे चलकर शिक्षिका बनकर देश व राज्य की सेवा करना चाहती है. इनके पिता अशोक मांझी प्राइवेट सुपरवाइजर का काम करते हैं. उन्होंने कहा कि सफलता के पीछे कड़ी मेहनत, नियमित अध्ययन और परिवार व शिक्षकों का मार्गदर्शन शामिल है. जबकि जिला के थर्ड टॉपर सुहानी कुमारी मरकुंडा की रहनेवाली है. उसके पिता गणेश शर्मा व माता नीतू देवी हैं. अपनी सफलता का श्रेय उसने माता-पिता सहित शिक्षकों को दिया है. आगे चलकर वह सिविल सेवा में जाना चाहती है. वहीं उसकी जुड़वा बहन रूपम कुमारी ने कहा कि परिवार का पूरा सहयोग और शिक्षकों का मार्गदर्शन बेहतर परिणाम में काम आया है. आगे चलकर वह शिक्षिका बनकर सेवा करना चाहती है. जबकि शिवानी कुमारी ने अपनी सफलता का श्रेय कड़ी मेहनत और लगन को दिया है. उन्होंने नियमित रूप से पढ़ाई की और विषयों को समझने की कोशिश की. वह आगे चलकर डॉक्टर बनना चाहती है. रूपम कुमारी ने बताया कि शिक्षकों ने समय-समय पर उनका मार्गदर्शन किया, जिससे उन्हें सफलता प्राप्त हुई. आगे कहा कि यदि सपना बड़ा हो और इरादा मजबूत हो, तो कोई भी मंजिल दूर नहीं है. आगे चलकर वह सिविल सेवा में जाना चाहती है.
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