15 जुलाई को धंस गया था पीलर, चारपहिया वाहनों का परिचालन है बंद
प्रतिनिधि, दलाहीमसलिया प्रखंड क्षेत्र के बनगढ़ी और रागदापड़ा को जोड़ने वाला शिला नदी पर बना पुल पिछले चार माह से जर्जर है. पुल का एक पीलर 15 जुलाई को धंस गया था, जिसके बाद से भारी और चारपहिया वाहनों का परिचालन बंद कर दिया गया है. पुल के दोनों छोर पर मिट्टी का अवरोध बनाकर वाहनों की आवाजाही रोक दी गयी है. पुल का निर्माण 2004-05 किया गया था. अवैध बालू खनन और रखरखाव की कमी के कारण इसका पीलर कमजोर होकर धंस गया. प्रशासन द्वारा मरम्मत कार्य शुरू नहीं किए जाने से लोगों में नाराजगी है. ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से पुल की तल्द मरम्मत कराने की मांग की है. फिलहाल, प्रशासन की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है.
क्या कहते हैं स्थानीय लोग
पुल बंद होने के कारण अब हमें लंबी दूरी तय कर दूसरे रास्ते से होकर बाजार या अस्पताल जाना पड़ता है. खासकर छोटे वाहनों को भारी परेशानी झेलनी पड़ती है.
कान्हू सोरेनपैदल चलने वाले लोगों के लिए यह रास्ता बिल्कुल सुरक्षित नहीं है. बच्चे और बुजुर्ग लोग टूटे हुए हिस्से को पार करने में डर महसूस करते हैं. जल्द मरम्मत की पहल होनी चाहिए.नेपाल मंडलयदि किसी को अचानक अस्पताल ले जाना पड़े तो एंबुलेंस पुल के पास तक नहीं पहुंच पाती है. कई बार गंभीर मरीज को चारपाई पर उठाकर नदी पार कराना पड़ता है.
अशोक कुमार मंडलपुल के नीचे लगातार अवैध बालू खनन से पिलर खोखला हो गया है. इसी कारण पिलर दब गया और पुल कमजोर पड़ गया. अब हमलोगों को लंबी दूरी तय करनी पड़ रही.दामोदर राय.जब पुल क्षतिग्रस्त हुआ था, तब अधिकारियों ने जल्द मरम्मत का आश्वासन दिया था, लेकिन तीन महीने से अधिक बीतने के बाद भी कोई काम शुरू नहीं हुआ है.
मोहन मंडलपुल बंद होने से व्यापार पर बुरा असर पड़ा है. सामान ढोने वाले वाहन नहीं आ पाते हैं, जिससे हमें लगातार नुकसान हो रहा है. प्रशासन जल्द धंसे पीलर की मरम्मत कराये.दिलीप सोरेन
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

