प्रतिनिधि, बासुकिनाथ सीएचसी जरमुंडी में प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ सुनील कुमार सिंह की अध्यक्षता में सीवाई टीबी स्किन टेस्ट को लेकर प्रशिक्षण कार्यशाला आयोजन किया गया. इसमें सीवाई टीबी स्किन टेस्ट की जानकारी दी गयी. प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ सुनील कुमार ने कहा कि सरकार 2025 तक टीबी रोग को समाप्त करने के लिए प्रतिबद्ध है. हर दिन नये प्रयोग भी किये जा रहे हैं. माइक्रोस्कोप से कई बार सही परिणाम उपलब्ध नहीं हो पाता है. अगर किसी व्यक्ति को पहले टीबी था और उसने अपना इलाज पूर्ण कर लिया था. फिर भी अगर उस व्यक्ति का बलगम की जांच ट्रू-नेट या सीबी नेट से की जाये तो उनमें टीबी का जीवाणु दिखता है, जिससे कई बार सही परिणाम नहीं मिल पाता था. परेशानी से बचाव के लिए अब सीवाई स्किन टेस्ट उपलब्ध है. इसके माध्यम से किसी भी व्यक्ति के चमड़े में खास इंजेक्शन लगाया जाता है, जिससे अगर उस व्यक्ति के शरीर में टीबी के जीवाणु एक्टिव हैं तो वह अपना असर दिखाना शुरू करेगा. इंजेक्शन लगे जगह पर जलन, खुजली, या लालिमा उभर आयेगा. डॉक्टर द्वारा समय पर टीबी रोग की जांच व इलाज संभव हो पायेगा. कार्यशाला में सीनियर ट्यूबरक्लोसिस लेबोरेटरी सुपरवाइजर, सीनियर ट्रीटमेंट सुपरवाइजर, प्रखंड कार्यक्रम प्रबंधक, प्रखंड लेखा प्रबंधक, स्वास्थ्य प्रशिक्षक आदि मौजूद थे.
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