भागवत कथा जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करती है : मदनमोहन प्रतिनिधि, बासुकिनाथ भागवत कथा का शुभारंभ भव्य कलश शोभायात्रा के साथ हो गया. इसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने भाग लिया. बासुकिनाथ रेलवे स्टेशन के पास धूमधाम से श्रीमद्भागवत कथा सप्ताह का शुभारंभ किया गया. इस अवसर पर गाजे बाजे व भगवान की झांकी के साथ भव्य कलश शोभायात्रा निकाली गयी. जरमुंडी दुर्गा मंदिर परिसर से कलश भरकर 251 महिलाएं शोभायात्रा में शामिल हुईं. शोभायात्रा पर पुष्प वर्षा की गयी. राधे-राधे के नारे से नगर क्षेत्र गुंजायमान रहा. श्रीमद्भागवत कथा सप्ताह के मुख्य यजमान रामानंद झा व उनकी धर्मपत्नी ने पूजा-अर्चना कर दुर्गा मंदिर परिसर से सैकड़ों महिलाओं के साथ कलश भरकर गाजे बाजे के साथनगर भ्रमण करते हुए कथा स्थल पर पहुंचे. वृंदावन के कथावाचक मदनमोहन शास्त्री व अन्य श्रद्धालुओं ने मंदिर की प्रदक्षिणा की. पारंपरिक वेशभूषा में सिर पर कलश लेकर महिलाएं यात्रा में उत्साहपूर्वक शामिल हुईं. नगर भ्रमण करते हुए श्रीमद् भागवत कथा स्थल पहुंची. कथा पंडाल में सभी कलश को व्यास पीठ के समीप स्थापित किया गया. आचार्य ने बताया कि भागवत कथा जीवन में सकारात्मक ऊर्जा और भक्ति भाव का संचार करती है. उन्होंने यह भी कहा कि कथा को जीवन में उतारने से ही उसकी सार्थकता सिद्ध होती है. भागवत कथा का महातम्य, राज परीक्षित को श्राप आदि की व्याख्या की गयी. आयोजक कमेटी सदस्य रजत कुमार, बबलू आदि ने बताया कि भागवत कथा एक ही पाली में संध्या छह बजे से रात्रि दस बजे तक होगी. यह कथा 15 नवम्बर तक चलेगी. कार्यक्रम के सफल आयोजन को लेकर आयोजक समिति के सदस्य सहित स्थानीय ग्रामीण तन मन धन से जुटे हैं.
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