दुमका. झारखंड लोकल बॉडीज इंप्लाइज फेडरेशन नगर परिषद के बैनर तले सोमवार को दुमका नगर परिषद परिसर में सफाई कर्मचारियों ने भूख हड़ताल की. अध्यक्षता जिलाध्यक्ष संजीव कुमार राम ने की. इस दौरान बड़ी संख्या में सफाई कर्मचारी हाथों में बैनर-पोस्टर लेकर परिसर में बैठे रहे और अपनी आवाज बुलंद की. उन्होंने कहा कि नगर निकाय में वर्षों से सेवा देने के बावजूद सफाई कर्मचारियों की स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ है. नियमित वेतन, स्थायी नियुक्ति और काम के दौरान सुरक्षा उपकरण जैसी बुनियादी सुविधाओं से भी कर्मचारी वंचित हैं. जिला मंत्री विजय कुमार दास ने भूख हड़ताल को संबोधित करते हुए कहा कि सफाई कर्मचारी महासंघ के आह्वान पर यह आंदोलन किया गया है. उन्होंने कहा कि यदि हमारी मांगों पर सरकार ने गंभीरता से विचार नहीं किया तो चरणबद्ध तरीके से आंदोलन तेज किया जायेगा. उन्होंने चेतावनी दी कि 21 अगस्त को सफाई कर्मचारी रैली निकालेंगे और अपनी समस्याओं को लेकर जोरदार प्रदर्शन करेंगे. कर्मचारियों ने कहा कि सफाई कर्मचारी लगातार नगर की स्वच्छता और स्वास्थ्य व्यवस्था को बनाये रखने में लगे रहते हैं. लेकिन उन्हें न तो स्थायी नौकरी मिली है और न ही समय पर वेतन. कई-कई महीने तक वेतन भुगतान लंबित रहता है, जिससे उनके परिवार आर्थिक संकट से जूझते हैं. साथ ही, काम करने के दौरान उन्हें मास्क, दस्ताने और जूते जैसी सुरक्षा सामग्री तक उपलब्ध नहीं करायी जाती. कर्मचारियों ने कहा कि नगर निकाय प्रशासन बार-बार आश्वासन देती है, लेकिन मांगों पर अब तक ठोस पहल नहीं हुई है. उन्होंने कहा कि सफाईकर्मियों के बिना शहर की व्यवस्था ठप हो जायेगी. इसलिए सरकार को उनकी समस्याओं पर संवेदनशीलता दिखानी चाहिए. भूख हड़ताल कार्यक्रम में शनि हरि, अमर हरि, उमेश हरि, सुजीत हरि, रीता देवी, दुर्गा देवी, रोहित हरि समेत बड़ी संख्या में सफाईकर्मी मौजूद थे. कर्मचारियों की प्रमुख मांगें सभी सफाई कर्मचारियों का स्थायीकरण किया जाये. नियमित और समय पर वेतन भुगतान हो. इपीएफ, पेंशन और स्वास्थ्य सुविधा सुनिश्चित की जाये. कार्यस्थल पर सुरक्षा उपकरण उपलब्ध कराये जाये.
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