प्रभात खबर आपके द्वार. हाड़ोरायडीह हरिजन टोला के ग्रामीणों ने सुनायी परेशानीबोले ग्रामीण : कुछ दिनों तक चलने के बाद जमलमीनार भी हो गयी खराब
प्रतिनिधि, मसलियाजैसे जैसे गर्मी अपने रौद्र रूप की ओर कदम बढ़ा रही है. वैसे वैसे जलसंकट गहराता जा रहा है. शुक्रवार को प्रभात खबर आपके द्वार का आयोजन प्रखंड के हाड़ोरायडीह गांव के हरिजन टोला में लगाया गया, जहां ग्रामीणों ने खुलकर अपनी समस्याओं का साझा किया. कहा कि पेयजल संकट प्रमुख समस्या है. टोला के दोनों चापानल खराब है. कुएं के सहारे ग्रामीण प्यास बुझाने को मजबूर हैं. टोला में दो चापानल विभाग द्वारा करीब 10 साल पूर्व लगाया गया था, जो बीते दो वर्षों से दोनों खराब पड़ा है. वर्षों से ग्रामीण पेयजल की किल्लत से गुजर रहे है. एक मात्र क्षतिग्रस्त कुआं ही टोले के 24 परिवारों के लिए पेयजल का एकमात्र स्रोत है. इस कारण सुबह से ही लोग पानी लेने के लिए यहां जमा हो जाते हैं. इंसानों के साथ साथ कपड़े, बर्तन धोने व पशुओं को पानी पिलाने के लिए भी कुएं का उपयोग ग्रामीण करते हैं. जलमीनार लगने के बाद कुछ दिनों तक चली थी, जो अभी लंबे समय से खराब पड़ी है. पानी के लिए पाइपलाइन तो बिछायी गयी है, लेकिन आज तक पानी नहीं पहुंचा है. पेयजल के टोला पक्की सड़क की कमी से जूझ रहा है. वर्षों पूर्व कुछ दूर तक बना पीसीसी अब जमींदोज हो चुका है. बारिश के दिनों में कच्ची सड़क ग्रामीणों के लिए परेशानी का सबब बन जाती है. ग्रामीण कालोमुनी देवी, छबिया देवी, पिंकी देवी, सुबोध मिर्धा, मनोज मिर्धा, राम मिर्धा, परेश मिर्धा, कौशल्या देवी समेत अन्य ने बताया कि पेयजल समस्याओं से प्रशासन एवं जनप्रतिनिधियों को अवगत कराया गया था. कहा कि प्रशासन के लोगों ने गांव पहुंच कर समस्या की जानकारी ली थी, बावजूद आज तक हमारी समस्याएं जस-की-तस बनी है.क्या कहते हैं ग्रामीण
हम सभी के लिए एकमात्र सहारा जीर्ण-शीर्ण कुआं है, जो दो दशक पूर्व बन था. आज भी उसी कुआं पर पूरा मोहल्ला निर्भर है. पेयजल समस्या का समाधान होना चाहिए.विनोद मिर्धाचापानल होने के बाद टोला की महिलाएं कुछ दिन दूसरे मोहल्ले से पानी ला रही थी. अब वो भी नहीं मिल पा रहा. इस समस्या से मुखिया व विभाग को अवगत कराया गया है.अजय मिर्धासुबह से ही कुएं के सामने भीड़ लगी रहती है. कई बार पंचायत के मुखिया को समस्याओं से अवगत कराया गया, लेकिन आज तक चापाकल दुरुस्त नहीं हुआ है.रेशमी देवीमुख्य सड़क से टोला को नहीं जोड़ा गया है. जर्जर कच्ची सड़क से आवागमन करने में मुश्किल होता है. मुख्य सड़क से टोला तक पक्की सड़क बनाया जाये.भुतुआ मिर्धाटोला के अंतिम छोर में वर्षों पूर्व पीएचडी विभाग की ओर से सोलर आधारित जलमीनार लगायी गयी थी, जो कुछ दिन चलने के बाद से खराब हो गयी है. नमिता देवीपानी और सड़क की समस्या से हम वर्षों से जूझने को मजबूर हैं. भीषण गर्मी में पानी के लिए दर-दर भटकना पड़ेगा. विभाग खराब चापाल की मरम्मत कराये.कमला देवी
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