दुमका. दुुमका जिला के मसलिया थाना प्रशासन ने चार महीने बीत जाने के बाद भी आदिवासी नाबालिग के साथ छेड़खानी करने के आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया है. पीड़िता और उसकी मां ने पुलिस उप महानिरीक्षक समेत संबंधित आलाधिकारी को आवेदन देकर आरोपी को शीघ्र गिरफ्तार करने की मांग की है. आरोपों के अनुसार मसलिया थाना क्षेत्र के खैरबनी गांव में 14 जनवरी 2025 को पीडीएस से चावल लेने गयी थी, उसी दरम्यान आदिवासी नाबालिग के साथ पीडीएस समूह के बिचौलिया संतोष मंडल ने छेड़छाड़ की थी. उसकी सूचना मसलिया थाना को 16 जनवरी 2025 को घटना की लिखित जानकारी दी गयी थी. बावजूद संतोष मंडल पर थाना प्रभारी द्वारा प्राथमिकी दर्ज नहीं की गयी. पीड़िता की मां ने पुलिस अधीक्षक से गुहार लगायी तो संतोष मंडल के खिलाफ 6 फरवरी को प्राथमिकी दर्ज की गयी. विभिन्न धाराओं के तहत भारतीय न्याय संहिता 76, 351(2), 351(3) व पोक्सो एक्ट की धारा 8 के तहत प्राथमिकी दर्ज की गयी थी. परंतु अब तक आरोपी संतोष मंडल को गिरफ़्तार नहीं किया गया. पीड़िता और उसकी मां ने गिरफ्तारी के लिए पुलिस उपाधीक्षक, पुलिस अधीक्षक, पुलिस उप महानिरीक्षक को लिखित आवेदन देकर गिरफ्तारी की गुहार लगायी है. इस मामले में सीपीएम के राज्य सचिव मंडल सदस्य एहतेशाम अहमद ने कहा कि नाबालिग आदिवासी युवती को अब तक इन्साफ नहीं मिलना दुर्भाग्य है. उन्होंने गृह विभाग एवं मुख्यमंत्री से मांग की है कि आरोपी को शीघ्र गिरफ्तार किया जाए.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है