गोपीकांदर. प्रखंड बाल विकास परियोजना कार्यालय में महिला पर्यवेक्षिका दरखशां खातून की अध्यक्षता में मासिक बैठक आयोजित हुई. दर्जनों सेविकाएं, सहायिकाएं और पोषण सखियों ने भाग लिया. बैठक में उप विकास आयुक्त के निर्देशों की जानकारी दी गयी कि प्रखंड के सभी 110 आंगनबाड़ी केंद्रों पर बिजली, शौचालय और पेयजल की व्यवस्था जल जीवन मिशन के तहत शत-प्रतिशत सुनिश्चित की जानी चाहिए. नयी समय सारणी के अनुसार सेविकाओं, सहायिकाओं और पोषण सखियों की सुबह 8 बजे से दोपहर 1 बजे तक उपस्थिति अनिवार्य होगी, जिसकी निगरानी जिला स्तर से वीडियो मॉनिटरिंग द्वारा की जाएगी. अनुपस्थित कर्मियों का वेतन काटने का निर्देश जारी किया गया है. चावल की कमी की सूचना विभाग द्वारा निर्धारित नंबर पर दी जानी चाहिए. सेविकाओं को बीईईओ से समन्वय कर विद्यावाहिनी और सावित्रीबाई फुले योजनाओं से संबंधित लाभार्थियों के आवेदन निष्पादित करने के निर्देश दिए गए. केंद्र से छह वर्ष के बच्चों के स्थानांतरण और नए नामांकन की रिपोर्ट, साथ ही ई-केवाईसी का रिकॉर्ड नियमित रूप से तैयार रखने को कहा गया. मातृत्व वंदना योजना के तहत सभी सेविकाओं को पासवर्ड बदलने और नया पासवर्ड लागू करने का निर्देश मिला. जिन सेविकाएं व सहायिकाएं आयुष्मान भारत योजना से नहीं जुड़ी हैं, उन्हें जल्द से जल्द कार्ड बनवाने को कहा गया. बता दें कि गोपीकांदर के ओढ़मो पंचायत के दर्जनों गांव में नेटवर्क के चलते पोषण ट्रैकर में समस्या थी. डीडीसी के निर्देश पर ओड़मो में नये टावर लगाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है. बैठक में कंप्यूटर ऑपरेटर बिनोद बास्की, धनमुनि मुर्मू, सूर्यमणि कुमारी देहरी, कुकू सोरेन, पार्वती किस्कू सहित अन्य सेविका-सहायिका मौजूद थे.
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