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वन विभाग की टीम ने कोयला लदे ट्रैक्टर किया जब्त

शुक्रवार की देर रात वन विभाग की टीम ने कोयला लदे ट्रैक्टर को खदेड कर पकड़ लिया. ट्रैक्टर का चालक वन विभाग की टीम को देख कर ट्रैक्टर से कूद कर भाग गया. इसके बाद कोयला लदे ट्रैक्टर को वन विभाग के अधिकारियों ने जब्त कर गोड्डा रेंज ऑफिस लाया.

कार्रवाई. सुंदरपहाड़ी के डांगापाड़ा जंगल से निकाला गया कोयला अगिया मोड़ से पकड़ाया

तसवीर-21 जब्त कोयला लदा ट्रैक्टर.प्रतिनिधि, गोड्डा

सुंदरपहाडी के डांगापाडा से निकाला गया कोयला देवदांड़ थाना क्षेत्र के अगिया मोड से बरामद किया गया है. कोयले को ट्रैक्टर पर लाद कर सुंदरपहाड़ी से निकालकर अगिया मोड़ होते हुए पोड़ैयाहाट की ओर ले जाया जा रहा था. शुक्रवार की देर रात वन विभाग की टीम ने कोयला लदे ट्रैक्टर को खदेड कर पकड़ लिया. ट्रैक्टर का चालक वन विभाग की टीम को देख कर ट्रैक्टर से कूद कर भाग गया. इसके बाद कोयला लदे ट्रैक्टर को वन विभाग के अधिकारियों ने जब्त कर गोड्डा रेंज ऑफिस लाया. वन विभाग रेंजर संजय कुमार ने बताया कि नियमित गश्ती के दौरान ट्रैक्टर में कोयला लोड होने की आशंका जतायी गयी. कोयला लदे वाहन को टीम के द्वारा रुकने को कहा गया. नहीं रुकने पर टीम को शक हुआ तो पीछा किया. इसके बाद ट्रैक्टर का चालक तेजी से वाहन भगाने लगा. हालांकि खदेड़ कर वाहन को टीम के द्वारा जब्त कर लिया गया. जब्त कोयले के मामले में वन विभाग में दुमका के रामगढ़ निवासी संजीत मंडल के खिलाफ केस दर्ज किया गया है. छापेमारी टीम में वन पदाधिकारी संजय कुमार, सुमन कुमार, मनीष, महेश, मुकेश, कयुम, अमोद यादव आदि वनकर्मी थे. जब टीम कोयला लेकर जाने लगी तो टीम का पीछा कोयला कारोबारियों के द्वारा किया गया. आधे दर्जन बाइक सवारों ने वाहन की रेकी की. लेकिन इसके बाद भी वन विभाग के कर्मी नहीं माने तथा वाहन को जब्त कर उचित जगह पर पहुंचाया. हालांकि दूसरी टीम को भी यहां से सुरक्षार्थ यहां से भेजा गया.

20-25 दिन पहले भी जब्त किया गया था दो ट्रैक्टर कोयला

याद हो कि तकरीबन 20-25 दिन पहले देवदांड़ के ही अगिया मोड में दो ट्रैक्टर कोयला जब्त किया गया था. दोनों वाहन अब तक वन विभाग में जब्त है. यहां का कोयला निकालकर पोड़ैयाहाट के रास्ते बिहार भेजा जाता है. यहां कोयला निकालने में संगठित गिरोह काम करता है. यहां घने जंगलों में पहले कोयला निकालने का कई अवैध सुरंग है. पहले असुरक्षित रूप से प्रवेश कर कोयले को काटकर निकाला जाता है. अब तो जेसीबी आदि का भी उपयोग कोयले की निकासी में की जाने लगी है. यह सबकुछ सबों के मिलीभगत बगैर संभव नहीं है.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

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