दुमका. उपराजधानी दुमका के फूलो झानो मेडिकल काॅलेज में मेडिकल की पढ़ाई कर रहे छात्र-छात्राओं का धैर्य जवाब देने लगा, तो ये छात्र-छात्रायें आंदोलन पर उतर आए हैं और इस बार बेमियादी धरना देने की घोषणा इन्होंने कर दी है. दरअसल दुमका के दिग्घी में संचालित फूलो झानो मेडिकल कॉलेज में पेयजल का घोर संकट है. पानी की उपलब्धता न रहने से इन्हें वहां रहने तक में परेशानी हो रही है. वहीं तार में खराबी की वजह से बिजली की समस्या से भी उन्हें जूझना पड़ रहा है. हद तो यह है कि इन छात्रों ने मामले को लेकर उपायुक्त, मेडिकल काॅलेज के प्राचार्य और यहां तक कि स्थानीय विधायक को भी अपनी समस्याओं से अवगत कराया था, बावजूद उनकी दुख-तकलीफ न तो कम हुई और न ही स्थायी निदान किया गया. धरना में बैठे छात्रों ने संस्थान में मूलभूत सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने की मांग की है. इसमें नियमित पेयजल आपूर्ति, बिजली आपूर्ति और लिफ्ट की मरम्मत कराने की मांग शामिल है. छात्रों का कहना है कि उन्हें काॅलेज में पेयजल, बिजली नहीं मिल रही है, जिससे उन्हें काफ़ी परेशानी हो रही है. इस मामले को लेकर प्रबंधन केवल तत्कालिक व वैकल्पिक व्यवस्था कर हम सभी को शांत कराता है. अभी तक काॅलेज प्रबंधन और जिला प्रशासन इस गंभीर मामले को लेकर स्थायी व जमीनी स्तर पर निदान नहीं करा रही है. छात्रों ने संयुक्त रूप से बताया कि संस्थान में 14 लिफ्ट हैं लेकिन अभी तक बंद हैं. कई छात्र दिव्यांग हैं. उन्हें पांचवीं-छठी मंजिल तक पहुंचने में काफी परेशानी होती है. संस्थान में डेढ़ साल से पानी की समुचित सुविधा नहीं है. पांच मोटर है वो भी पांच मिनट चलने के बाद थोड़ा-थोड़ा पानी निकलता है. बोतलबंद पानी लेकर हम सभी अपनी प्यास बुझाने के लिए विवश हैं. छात्रों ने बताया कि प्राचार्य मद की कमी बताकर अपना पल्ला झाड़ रहे हैं. ऐसे में हम छात्रों के पास धरना-प्रदर्शन के अलावा कोई उपाय नहीं रह गया है. छात्रों ने काॅलेज प्रशासन और राज्य सरकार से उनकी समस्याओं का समाधान करने की गुहार लगायी है.
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