दुमका नगर. उपराजधानी दुमका में दुर्गापूजा का उत्सवी माहौल चारों बन गया है. रविवार को माता के छठे स्वरूप मां कात्यायनी की पूजा श्रद्धालुओं द्वारा पूरी नेम-निष्ठा के साथ की गयी. सुबह से ही मंदिरों में श्रद्धालुओं की भीड़ लगी हुई थी. मां कात्यायनी का यह स्वरूप अमोदा फलदायिनी है. इनकी चार भुजाएं है. महर्षि कात्यायन के यहां पुत्री के रुप में जन्म लेने के कारण इनका नाम कात्यायनी पड़ा था. मां कात्यायनी की पूजा अर्चना करने से काम, मोक्ष और फल की प्राप्ति होती है. शेर पर सवार मां की चार भुजाएं हैं. इनके बाएं हाथ में कमल, तलवार और दाहिने हाथों में स्वास्तिक और आशीर्वाद की मुद्रा अंकित है. शहर के अधिकांश जगहों पर पूजा पंडाल और मां दुर्गा की प्रतिमा तैयार हो चुकी है. कमेटी के सदस्य तैयारियों को अंतिम रूप दे चुके हैं. रविवार को मंदिरों के पट भक्तों के दर्शन के लिए खोल दिया गया. साथ ही पूजा पंडालों और मंदिरों में भी षष्ठी पूजा की गयी. इसके अलावा लोग दुर्गापूजा के लिए कपड़े और सामानों की खरीदारी कर रहे हैं.
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