प्रतिनिधि, सरैयाहाट सरैयाहाट प्रखंड के जमुआ गांव में आयोजित सात दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा महायज्ञ के दूसरे दिन सोमवार को कथा वाचक बाल व्यास चंदन शरण जी महाराज ने श्रद्धालुओं को अमृततुल्य वाणी से संजीवनी प्रदान की. उन्होंने कहा कि श्रीमद्भागवत कथा केवल धार्मिक ग्रंथ नहीं बल्कि ईश्वर की प्राप्ति का सीधा माध्यम है. यह मृत्यु के भय को नष्ट कर जीव को भक्ति और वैराग्य की ओर अग्रसर करती है. बाल व्यास जी ने कहा कि भागवत कथा सुनने का अवसर उन्हीं को मिलता है, जिन पर ईश्वर की विशेष कृपा होती है. उन्होंने दुंदकारी और गौकर्ण की कथा का विस्तारपूर्वक वर्णन करते हुए बताया कि कैसे यह कथा आत्मा को शुद्ध करती है. जीवन के उद्देश्य की ओर जागरूक करती है. कथा के उच्चारण से संपूर्ण वातावरण भक्तिमय बना है. कथा सुनने के लिए आसपास के गांवों से भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं. श्रीमद्भागवत कथा महायज्ञ का आयोजन आगामी छह जून तक चलेगा.
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