प्रतिनिधि, रानीश्वर बीडीओ राजेश कुमार सिन्हा ने मंगलवार को मनरेगा से क्रियान्वित योजनाओं की समीक्षा की. बृंदावनी, बिलकांदी और सादीपुर पंचायतों की प्रगति की जानकारी ली. बृंदावनी में लक्ष्य के अनुरूप मानव दिवस सृजन की दर अत्यंत कम पायी गयी. पंचायत में अनुसूचित जनजातियों की भागीदारी मात्र 17.87% तथा महिलाओं की भागीदारी 36.26% रही. इसके अतिरिक्त, प्रति गांव औसतन केवल 0.67 योजनाएं ही क्रियान्वित की गयी हैं, जबकि प्रत्येक गांव में कम से कम पांच योजनाएं चलनी चाहिए थीं. मनरेगा के अन्य मापदंडों पर भी बृंदावनी की प्रगति अत्यंत धीमी पायी गयी. रोजगार सेवक नरेश मुर्मू से पूर्व में कई बार स्पष्टीकरण मांगा गया था, और उनके मानदेय का भुगतान भी स्थगित किया गया है. बावजूद कार्यशैली में सुधार नहीं देखा गया. बीडीओ ने उनकी सेवा समाप्त कर उपविकास आयुक्त, दुमका को अनुशंसा भेजने की बात कही. रोजगार सेवक बुधराई हेंब्रम को बृंदावनी का प्रभार तत्काल सौंपने का निर्देश दिया. सादीपुर और बिलकांदी पंचायतों में भी बिरसा हरित ग्राम योजना, बिरसा सिंचाई कूप तथा प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत मानव दिवस सृजन में प्रगति लाने के निर्देश बीडीओ ने दिया. बैठक में बीपीओ, जेइ समेत अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है