संवाददाता, दुमका एएन कॉलेज दुमका के वनस्पति विज्ञान विभागाध्यक्ष एवं झारखंड बायोडाइवर्सिटी बोर्ड के सदस्य डॉ अमर नाथ सिंह ने 28-29 नवंबर को बीएन मंडल विश्वविद्यालय, मधेपुरा अंतर्गत साहूगढ़ स्थित भूपेंद्र नारायण मंडल वाणिज्य महाविद्यालय में आयोजित अंतरराष्ट्रीय सेमिनार में क्षेत्रीय वक्ता के रूप में ऑनलाइन व्याख्यान प्रस्तुत किया. उन्होंने नोबल कंट्रीब्यूशन ऑफ़ ट्राइबल्स इन कंजर्वेशन ऑफ बायोडाइवर्सिटी एंड इंडीजीनस ट्रेडिशनल नॉलेज विषय पर बोलते हुए संताल परगना की जनजातियों द्वारा धार्मिक अनुष्ठानों और सांस्कृतिक परंपराओं के माध्यम से जैव विविधता संरक्षण में दिए जा रहे योगदान को रेखांकित किया. डॉ. सिंह दो दशकों से झारखंड के आदिवासी बहुल वन क्षेत्रों में जैव विविधता संरक्षण तथा लोक वनस्पति शास्त्र पर शोध कर रहे हैं. हाल ही में उनकी पुस्तक बायोडाइवर्सिटी कंजर्वेशन: प्रेजेंट सीनारिओ एंड फ्यूचर प्रोस्पेक्ट्स प्रकाशित हुई है. कॉलेज में इको क्लब के माध्यम से वे पर्यावरण संरक्षण संबंधी जागरुकता कार्यक्रमों का भी संचालन करते हैं.
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