श्री मरांडी ने कहा कि 2006 से 2014 तक झारखंड मुक्ति मोर्चा-भारतीय जनता पार्टी ने अलग-अलग सरकार बनायी और मिलकर भी सरकार चलाया. उस समय जो नियुक्ति हुई थी उन सारी नियुक्तियों में बाहरी लोगों को बहाल किया गया. धरती पुत्रों को हक, अधिकार व रोजगार दिलाने के लिए इन दोनों दलों ने कभी नहीं सोचा.
श्री मरांडी ने अंतिम बेला में कई जनसभा को संताली में भी संबोधित किया. कहा कि भाजपा-झामुमो से आदिवासियों-मूलवासियों का हक और अधिकार नहीं बचेगा. हमारी अस्मिता नहीं बचेगी. इसलिए हमारी अस्मिता को बचाने के लिए इन दोनों दलों को सबक सिखाना होगा.