प्रतिनिधि, बासुकिनाथ वैशाख माह के कृष्ण पक्ष अष्टमी तिथि मंगलवार को बाबा फौजदारीनाथ दरबार में श्रद्धालुओं की भीड़ लगी रही. भक्तों ने पूजा कर सुख-समृद्धि की कामना की. वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ पंडितों ने षोडशोपचार विधि से पूजा-अर्चना की. करीब 30 हजार शिवभक्तों ने भोलेनाथ काे जलाभिषेक किया. पुरोहितों ने दूध, दही, घी, गुढ़, भांग, ईख का रस, गंगाजल आदि से पंचामृत स्नान कराया. मंदिर प्रांगण मिथिलांचल से पहुंचे भक्तों ने अपने बच्चों का उपनयन संस्कार कराया. सरकारी पूजा के बाद मंदिर गर्भगृह का गेट भक्तों के लिए खोल दिया गया. श्रद्धालुओं ने शिवगंगा में आस्था की डुबकी लगाकर बाबा फौजदारीनाथ की पूजा-अर्चना की. इसके साथ ही भक्तों ने पूर्व मनौतियों को लेकर बच्चों के चुड़ाकरण मुंडन संस्कार, भोलेनाथ व माता पार्वती का गठबंधन, ध्वजारोहण, शृंगार पूजन, शांति पूजन, जप अनुष्ठान, महामृत्युंजय मंत्र जप, कालसर्प दोष शांति पूजन कराया. मंदिर परिसर हर-हर महादेव के नारे से गुंजायमान रहा. गर्भगृह गेट पर श्रद्धालुओं को नियंत्रित करने के लिए पुलिस बल लगे रहे. कतारबद्ध होकर भक्तों ने बाबा को जलार्पण किया.
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