बासुकिनाथ : बासुकिनाथ मंदिर के गर्भगृह में करंट से मौत मामले की गुरुवार की सुबह जांच शुरू हुई. एसडीओ राकेश कुमार के नेतृत्व में विद्युत विभाग के कार्यपालक अभियंता अनूप कुमार, सहायक अभियंता देव कुमार दत्ता व टेक्निशियन की टीम ने गर्भगृह में बिजली वायर की जांच की. उस प्वाइंट पर गहनतापूर्वक जांच की जहां बुधवार को पुरोहित सुमित कुमार झा की मौत हो गयी थी. गर्भगृह में एयरकंडीशन व सीसीटीवी के वायर की बारीकी से जांच की गयी. करीब चार घंटे तक जांच के बाद कार्यपालक अभियंता ने डीडीसी शेखर जमुआर को बताया कि गर्भगृह में बिजली वायर में कहीं भी लीकेज नहीं है.
दोषियों पर होगी कार्रवाई : डीडीसी शेखर ने इस घटना पर दु:ख व्यक्त करते हुए पंडा समाज को बताया कि इस घटना में जिम्मेवारी किसकी होगी जांच की जा रही है. विद्युत विभाग के कार्यपालक अभियंता, सहायक अभियंता, टेक्निशियन टीम के साथ मंदिर में विद्युत वायर में लीकेज की जांच कर रहे है. प्रथमद्रष्टया करंट कैसे लगी, इसका पता नहीं चला है.
जांच चल रही है. दोषी पर निश्चित रूप से कार्रवाई की जायेगी. मंदिर प्रबंधन व कार्यकारिणी की बैठक में मंदिर से जुड़े महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा होगी. श्रद्धालुओं की सुविधा पर जोर दिया जायेगा. डीडीसी ने बताया : मौत के कारण का पता नहीं चला है. किस कारण हुआ कैसे हुआ. पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही बताया जा सकता है.
मंदिर में अब श्रद्धालु नहीं करा सकेंगे विद्युत सजावट
मंदिर न्यास समित सचिव सह एसडीओ राकेश कुमार ने कहा कि मंदिर में विशेष तिथि बसंत पंचमी, महाशिवरात्रि आदि मौके पर ही सजावट होगी.
शृंगार पूजा के नाम पर श्रद्धालुओं द्वारा विद्युत सजावट की अनुमति नहीं होगी. आये दिन कोई भी व्यक्ति मंदिर में विद्युत सजावट कराता है. सिर्फ फूलों से सजावट की अनुमति रहेगी. पंडा समाज ने इस निर्णय का स्वागत किया. हालांकि इस निर्णय पर डीडीसी ने एसडीओ को कोई भी निर्णय सभी के सहमति से लेने की बात कही ताकि कोई विवाद न हो.