– आरोपितों में दो गोड्डा के और दो दुमका जिले के हैं रहनेवाले
– ग्रामीणों की शिकायत के बाद सामने आया यह फर्जीवाड़ा
– पैसों का लालच देकर हस्ताक्षर कराया, डकार गये राशि
प्रतिनिधि@दुमका नगर
दुमका जिले में कृषि व वन विभाग की कुछ योजनाओं में इस प्रकार की अनियमितता हुई हैं कि जिसकी जांच की आंच कई लोगों को अपनी लपेटे में लेगी. फिलवक्त जालसाजी, फर्जीवाड़ा व राशि गबन के आरोप में मुफस्सिल थाना पुलिस ने एक महिला समेत चार को गिरफ्तार कर रविवार को जेल भेज दिया है. गिरफ्तार किये गये इन चार आरोपितों में से दो दुमका जिले के मुफस्सिल थाना क्षेत्र के कुसुमडीह गांव के बहामुनी हांसदा और महेंद्र मंडल हैं.
महेंद्र मंडल ग्राहक सुविधा केंद्र संचालित करता है. जबकि अन्य दो गोड्डा जिला के मुफस्सिल थाना क्षेत्र के सैजापुर गांव के अंबुज कुमार झा व पथरगामा थाना क्षेत्र के गोरसंडा गांव के रहनेवाले धर्मवीर भारती शामिल हैं. आरोपितों द्वारा मुफस्सिल थाना क्षेत्र के गोलपुर पंचायत के विभिन्न गांवों में बंजर जमीन, गोचर जमीन, वन विभाग के अधिकृत जमीन के संरक्षण को लेकर दी गयी सरकारी राशि का गबन का आरोप है.
साथ ही पौधरोपण के सर्वे सहित अन्य मद में प्राप्त राशि के गबन के भी गबन इनके द्वारा किये गये हैं. आरोपितों द्वारा गांव के लोगों को उससे लाभान्वित दिखा कर ग्रामीणों से अंगूठा का निशान लेकर पैसे की निकासी की गयी है. करीब गांव के 35 से 40 ग्रामीणों से पैसे का लालच देकर हस्ताक्षर व अंगूठे के निशान लगा राशि का गबन किया गया.
खाते में आये हजारों, देता रहा अंगूठे लगवा 50-50
मिट्टी का बर्तन तैयार करने वाले 62 साल के गोपाल पाल ने बताया कि वे कुसुमडीह में रहते हैं. यूनियन बैंक ऑफ इंडिया में उनका खाता है. दो साल पहले गांव के महेंद्र मंडल ने उसे झांसे में लिया. कहा कि जिसका-जिसका प्रधानमंत्री योजना के तहत खाता है, उसमें उसको 100 रुपया आया है. जो सीएसपी के मारफो थंब स्कैनर पर अंगूठा लगायेगा, उसे वह 100 में 50 रुपये देगा. 50 रुपये वह रखेगा.
उसके छलावे में गोपाल फंस गये. घर पर पहुंच उसने 50-50 रुपये करके 25-30 बार दिया और अंगुठा लगवाता रहा. इसी तरह उसने गांव की कविता देवी, खगेन मंडल, फूलिया देवी, सुबल पाल, ममता देवी, प्रदीप कुनई, बुनकी देवी, मल्लिका देवी, रवि पाल, रीता देवी, हरिचन पाल, किरण देवी, मनीगोला कुनुई विशाखा देवी, वीरेन कुनुई, अमला देवी, चुंदन कुनुई, अर्चना देवी, लक्ष्मी देवी, संध्या देवी, माया देवी, मंटू मंडल, शांति देवी, पार्वती देवी आदि से भी थंब स्कैन करवाने पर 50-50 रुपये दिया करता था.
फर्जी मजदूर बना कर निकलवाये पैसे
गोपाल के मुताबिक 50-50 रुपये करके ही जब कई बार उनलोगों को मिलने लगे, तो शक हुआ. गांव के 35-36 आदमी पासबुक लेकर बैंक गये, तो पासबुक अपडेट करवाने पर होश उड़ गये. देखा कि खाते में 50-100 नहीं, खाते में हजारों की डेविट-क्रेडिट हो गयी है. पता चला कि उन्हें मजदूर के रूप में खाते में भुगतान किया गया है. इसमें कृषि व वन विभाग के कर्मी की भी सांठगांठ रही है. ये पैसे सर्वे, पौधरोपण आदि के लिए आये थे.
कई बिंदुओं पर हो रही छानबीन
थाना प्रभारी कामेश्वर कुमार सिंह ने कहा कि आरोपियों ने बैंक एवं विभागीय व्यक्तियों की संलिप्तता से राशि का गबन किया गया है. उनके पास से एक लैपटॉप व चार मोबाइल जब्त की गयी है. पड़ताल की जा रही है. एक बोलेरो, एक बाइक व कुछ दस्तावेज भी बरामद हुआ है. पुलिस विभिन्न बिंदुओं पर छानबीन कर रही है.