– दुमका के जरमुंडी जिले के एक गांव की रहने वाली है मां
– अस्पताल के रजिस्टर में दर्ज नाम-पते से जरमुंडी पहुंची सीडब्ल्यूसी
संवाददाता@दुमका
दिल्ली के सफदरगंज अस्पताल में छह माह का एक शिशु लावारिश हालत में मिला है. उस अस्पताल के रजिस्टर में बच्चे के मां-पिता का जो नाम दर्ज कराया गया है, उसके मुताबिक उसके मां-बाप दुमका जिले के जरमुंडी प्रखंड के रहने वाले हैं. ऐसे में जब एसआरसी दिल्ली की नोडल ऑफिसर के द्वारा दुमका के जिला समाज कल्याण पदाधिकारी श्वेता भारती को सूचना दी गयी तो उन्होंने सफदरजंग अस्पताल में लावारिश हालत में छोड़ दिये गये बच्चे के परिजन के बारे में तहकीकात करवायी.
जिला समाज कल्याण पदाधिकारी ने बाल कल्याण समिति एवं जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी प्रकाश चंद्र को बताये गये पते पर जांच हेतु भेजा. बच्चे के पिता के द्वारा बताया गया कि लगभग 2 वर्ष पूर्व वह अपनी पत्नी के साथ दिल्ली में रहकर भवन निर्माण का कार्य करता था, पर वहीं से एक दिन उसकी पत्नी अपने दो बच्चों के साथ उसे छोड़ कर कहीं चली गयी.
काफी खोजबीन करने के बाद भी उसकी पत्नी व बच्चे नहीं मिले, जिसके बाद वह वापस अपने गांव जरमुंडी आ गया था. बच्चे के पिता ने बताया के उसे दो संतान थे. यह तीसरी संतान उससे उत्पन्न नहीं हुआ है. इसलिए वह उस बच्चे को अपने साथ नहीं रखेगा. उसकी पत्नी अब तक वापस अपने ससुराल जरमुंडी ब्लॉक स्थित गांव में नहीं आयी है.
बालक को बाल कल्याण समिति सफदरजंग दिल्ली के द्वारा बालक को विशिष्ट दत्तक ग्रहण संस्थान में रखा गया है. मामले में बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष मनोज कुमार साह ने बताया कि बालक के मां की खोज की जायेगी और पेपर में प्रकाशन के 7 दिनों के अंदर अगर मां बाल कल्याण समिति के समक्ष उपस्थित होकर दावा पेश नहीं करती है तो उस बालक को लीगली फ्री कर दत्तक ग्रहण में दे दिया जायेगा.
इस जांच में बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष मनोज कुमार साह, सदस्य रंजन सिन्हा, रमेश प्रसाद साह एवं जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी प्रकाश चंद्र शामिल थे.