दुमका : शहर से सटे दुधानी, सरुवा, तेलीपाड़ा, भंडारीटोला में रहनेवाले लोगों के लिए राहत भरी खबर है. इस इलाके की गलियों में अच्छी सड़क का निर्माण होने जा रहा है. तमाम गलियों को एक साथ आरइओ विभाग द्वारा बनवाया जायेगा. गुरुवार को इस सड़क के निर्माण कार्य का शिलान्यास समाज कल्याण मंत्री डॉ लोइस मरांडी ने किया.
शहर से सटे होने के बावजूद इन गलियों में सड़क का निर्माण नहीं हो पा रहा था. प्रभात खबर ने सात जुलाई को इस इलाके के सड़क की बदहाली को प्रमुखता से प्रकाशित किया था. इसके बाद समाज कल्याण मंत्री डॉ लोइस मरांडी ने अपनी प्राथमिकता में इसे शामिल करने की बात कही थी. उन्होंने शिलान्यास कार्यक्रम के दौरान उपस्थित जनसमूह से कहा कि सड़क के बन जाने से काफी सहूलियत होगी. सड़क का निर्माण इस तरीके से हो रहा है. जिससे पूरा इलाका लाभान्वित होगा और प्रमुख सड़कें भी इससे कनेक्ट हो पायेंगी.
हमारा सांसद कैसा हो के लगे नारे… : समाज कल्याण मंत्री डॉ लोइस मरांडी जब दुधानी दुर्गा मंदिर के पास आयोजित शिलान्यास कार्यक्रम में पहुंची, तो पहले से मौजूद भाजपा कार्यकर्ताओं ने खूब जोश दिखाया. कार्यकर्ताओं ने हमारा सांसद कैसा हो…लोइस मरांडी जैसा हो… के नारे लगाये. शिलान्यास कार्यक्रम में बड़ी तादाद में भाजपा कार्यकर्ता महेश साह, नीरोज बैरा, ब्रजेश चौधरी, पवन राणा, कृष्ण किशोर पिंटू, महेश मंडल, नरेश मंडल, सत्यनारायण मंडल, श्यामसुंदर मंडल, देवनंदन कुमार, राजू गुप्ता आदि मौजूद थे.
नौ माह में बनेगी 2.9 किमी सड़क
मौके पर मौजूद आरइओ के कार्यपालक अभियंता विजय कुमार ने बताया कि इस सड़क के निर्माण की अपेक्षा लोगों को काफी दिनों से थी. 2.900 किलोमीटर सड़क का निर्माण कार्य लगभग 2.10 करोड़ रुपये की लागत से होगा. सड़क की चौड़ाई 3.75 मीटर होगी. इस सड़क को नौ महीने में संवेदक एजेंसी बनाकर सौंप देगी.
48 घंटे में होगा ओवरब्रिज चालू
गोविंदपुर से साहेबगंज एडीबी रोड पर दुमका रेलवे स्टेशन के पहले ओवरब्रिज निर्माण का कार्य लगभग पूरा हो चुका है और अब इसके ऊपर गुरुवार को ब्लैक टॉपिंग का कार्य भी पूरा करा दिया गया. समाज कल्याण मंत्री डॉ लोइस मरांडी ने इस ओवरब्रिज का निरीक्षण किया. पदाधिकारियों ने उन्हें 48 घंटा के अंदर ओवरब्रिज चालू कर आवागमन सुचारू रूप से चालू कराने की बात कही. उल्लेखनीय है कि ओवरब्रिज नहीं बन पाने की वजह से आवागमन में भारी वाहनों को काफी परेशानी होती थी और अक्सर गाड़ी फंसने से जाम की नौबत आती थी.