धनबाद.
हाइड्रो डायनामिक मॉडलिंग पर आइआइटी आइएसएम में गुरुवार से तीन दिवसीय कार्यशाला शुरू हुई. संस्थान के सिविल इंजीनियरिंग विभाग ने अपने अकादमिक परिसर स्थित सर मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया सेमिनार हॉल में आयोजित इस कार्यशाला का उद्घाटन मुख्य अतिथि ऋषि डीएस (टफ्लो इंडिया लीड) और आइआइटी आइएसएम के निदेशक प्रो. सुकुमार मिश्रा ने किया. उन्होंने अंतर विषयक अनुसंधान को बढ़ावा देने की आवश्यकता पर जोर दिया और आयोजकों के विषय चयन की सराहना की. मुख्य अतिथि ऋषि डीएस ने बाढ़ प्रभावों की भविष्यवाणी, प्रबंधन और जल संसाधन प्रबंधन में हाइड्रोडायनामिक मॉडलिंग की भूमिका पर प्रकाश डाला. सिविल इंजीनियरिंग विभाग प्रमुख प्रो श्रीनिवास पसुपुलेटी ने विभाग की उपलब्धियों और मौजूदा कार्यक्रमों की जानकारी दी. कार्यक्रम का समापन प्रो. रेणु वी के धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ.आइआइटी आइएसएम में हैकफेस्ट आज से
आइआइटी आइएसएम में तीन दिवसीय हैकफेस्ट चार अप्रैल से शुरू होगा. इसमें विजेता को एक लाख रुपये का पुरस्कार और इंटर्नशिप के अवसर प्रदान दिये जायेंगे. यह हैकथॉन नवाचार और तकनीकी समाधान विकसित करने के लिए युवा प्रतिभाओं को एक मंच देगा. हैकफेस्ट छह अप्रैल तक चलेगा. हैकफेस्ट के लिए 650 से अधिक छात्र पंजीकरण करा चुके हैं. इनमें 250 छात्र आइआइटी आइएसएम के बाहर से हैं. प्रतिभागियों को रियल वर्ल्ड समस्याओं के समाधान विकसित करने होंगे, जहां उन्हें विशेषज्ञों की मेंटरशिप मिलेगी. सर्वश्रेष्ठ परियोजनाओं को प्रतिष्ठित कंपनियों में इंटर्नशिप का अवसर मिलेगा. आयोजन को सफल बनाने में श्रेयांश संदील्या, रुखसार, ऐश्वर्या सैनी और सुमित गुप्ता की छात्र समन्वयक टीम महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है