धनबाद.
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की स्थापना के शताब्दी वर्ष पूरा होने पर रविवार को धनबाद में सात स्थानों पर पथ संचलन और बौद्धिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया. सरायढेला और बाबूडीह में आयोजित पथ संचलन और बौद्धिक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए क्षेत्र प्रचारक प्रमुख अरुण कुमार झा ने कहा कि जन-गण-मन अब जाग रहा है, इसलिए देश में निश्चित तौर पर परिवर्तन होगा. उन्होंने बताया कि संघ ने 100 वर्षों की यात्रा में राष्ट्र निर्माण, व्यक्तित्व विकास और हिंदू समाज को संगठित करने का कार्य किया है. 1925 में डॉ केशव बलिराम हेडगेवार ने नागपुर में संघ की स्थापना की थी, तब से आज तक संघ ने राष्ट्र प्रथम की भावना के साथ कार्य करते हुए समाज में समरसता व परिवर्तन का मार्ग प्रशस्त किया है. उन्होंने कहा कि शक्ति की उपासना के बिना कोई भी बड़ा कार्य संभव नहीं है, चाहे वह महिषासुर मर्दन हो या राम राज्य की स्थापना.जगह-जगह पुष्पवर्षा कर हुआ स्वागत
आयोजित अन्य कार्यक्रमों में करकेंद में केशव हरोदिया, पुराना बाजार में विक्रम हिमालय, भौंरा में राकेश सुमन, झरिया में संजय तिवारी और नूनूडीह में अनिल कुमार सिंह ने बौद्धिक दिया. सभी वक्ताओं ने संघ के पंच परिवर्तन कार्यक्रम का उल्लेख किया. उन्होंने पर्यावरण संरक्षण, सामाजिक समरसता, कुटुंब प्रबोधन, नागरिक कर्तव्य और स्वदेशी अपनाने का संदेश दिया. सभी सातों जगहों पर संघ के शताब्दी वर्ष को लेकर आयोजित विशेष कार्यक्रम में बड़ी संख्या में समाज के प्रबुद्ध लोगों व सैकड़ों स्वयंसेवक शामिल हुए. जगह-जगह पुष्पवर्षा कर लोगों ने स्वागत किया. शस्त्र पूजन, सामूहिक गीत और अमृत वचन के साथ कार्यक्रम संपन्न हुआ.
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