Dhanbad News : प्राइवेट बैंक व सूदखोर के जाल में फंसी केंदुआ निवासी पूजा देवी को कर्ज चुकाने के लिए प्राइवेट बैंक ने छह माह का समय दिया है. इस संबंध में बैंक द्वारा उन्हें सूचित किया गया है. साथ ही कर्ज की रिकवरी के लिए उन्हें आगे से परेशान नहीं करने का भरोसा भी दिया गया है. बता दें कि घर की आर्थिक स्थिति सुधारने के लिए पूजा देवी ने प्राइवेट बैंक से कर्ज लिया था. वह समय पर किस्त भी चुका रही थीं, पर सिर्फ एक किस्त नहीं चुकाने पर बैंक के कर्मी रात में उनके घर पहुंच कर बुरा बर्ताव करने लगे थे. उनका भय इस कदर था कि वह छुप कर रहने लगी थी. इसके बाद भी उसे परेशान किया जा रहा था. इससे परेशान पूजा देवी कर्ज चुकाने के लिए अपनी किडनी बेचने के लिए एसएनएमएमसीएच पहुंच गयी. इसकी जानकारी मिलने पर प्रभात खबर ने पूजा देवी की व्यथा को प्रमुखता से प्रकाशित किया. खबर का असर हुआ. स्थानीय विधायक पूजा देवी के घर पहुंचे और बैंक अधिकारियों से बात कर पूजा देवी को कुछ माह की मोहलत देने का आग्रह किया था. इस मामले में डालसा ने भी संज्ञान लिया. डालसा सचिव ने पूजा देवी को कार्यालय बुलाकर उनकी समस्या सुनी. इसके बाद उन्होंने तीन दिन बाद फिर से उनको कार्यालय बुलाया है.
क्या है मामला :
केंदुआ बाजार निवासी पूजा देवी की बाजार में एक छोटी सी दुकान है. दुकान से कमाई कोई खास नहीं है. इस वजह से दुकान व घर की स्थिति सुधारने के लिए उन लोगों ने दो प्राइवेट बैंकों से डेढ़-डेढ़ लाख व केंदुआ की ही एक महिला से एक लाख रुपये कर्ज लिया. दोनों प्राइवेट बैंक का किस्त हर माह आठ-आठ हजार रुपये बनता है. इसके अलावा महिला का सूद अलग से. वह हर माह सबका पैसे चुकाती थी. इस माह घर की माली हालत और बिगड़ने के कारण वह बैंकों को किस्त नहीं दे पायी. इस वजह से बैंक के कर्मी उसे परेशान कर रहे थे. उनकी धमकियों से पूरा परिवार भयभीत था. पूजा देवी को किसी ने बताया कि अगर पैसे की जरूरत है, तो एक किडनी बेच कर व्यवस्था की जा सकती है. इसके बाद पूजा देवी एसएनएमएमसीएच का चक्कर काट रही थी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

