Dhanbad News : बीआइटी सिंदरी के असैनिक सभागार में शुक्रवार को ह्यूमन बनाम आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर व्याख्यान का आयोजन किया गया. निदेशक डाॅ पंकज राय ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को तकनीकी क्रांति बताते हुए इस आयोजन की सराहना की. कॅरियर डेवलपमेंट सेंटर के चेयरमैन डाॅ घनश्याम ने कहा कि कृत्रिम बुद्धिमता और मशीन लर्निंग आज उद्योगों की संरचना को अप्रत्याशित रूप से बदल रही हैं. इसलिए इंजीनियरिंग के छात्रों को केवल डिग्री नहीं, बल्कि उद्योगों की अपेक्षाओं के अनुरूप कौशल, नवाचार, अनुकूलनशीलता और निरंतर सीखने की क्षमता विकसित करनी होगी. इस अवसर पर आइआइटी कानपुर के एयरो स्पेस इंजीनियरिंग विभाग के संकाय सदस्य डाॅ राजेश रंजन ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस तथा एमएल के तकनीकी, नैतिक और व्यावसायिक पहलुओं से अवगत कराया. कहा कि आने वाला दशक कृत्रिम बुद्धिमता के विकास और मानव मशीन सहयोग का दशक होगा. उन्होंने छात्रों को जिज्ञासु बने रहने समस्याओं के समाधान पर केंद्रित होने और अंतर्विषयक दृष्टिकोण अपनाने की सलाह दी. उन्होने अपने शोध कार्यों के अनुभव को साझा करते हुए वैज्ञानिक मशीन लर्निग, कंप्यूटेशनल फ्लूड डायनेमिक्स और हाई स्पीड फ्लो के क्षेत्र में उभरते अवसरों पर प्रकाश डाला. डाॅ धनश्याम ने अतिथियों और समन्वयकों को धन्यवाद दिया.
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