नगर निगम की इंफोर्समेंट टीम ने गुरुवार को देव विहार रेसीडेंसी, झारूडीह में अवैध जल संयोजन की जांच की. सात से आठ अपार्टमेंट की जांच में कई में गड़बड़ी मिली. इसके अलावा एक आवासीय परिसर में सप्लाई पानी से आरओ प्लांट की जांच की गयी. सभी को कागजात के साथ नगर निगम में बुलाया गया है. जांच के दौरान झारूडीह में स्टैंड पोस्ट से कई घरों में पानी कनेक्शन का भी मामला पकड़ा गया है. निगम के अधिकारी के मुताबिक अवैध जल संयोजन के खिलाफ पांच टीम गठित की गयी है. पहले चरण में शहर के वार्ड नंबर 20 से वार्ड 24 तक स्पेशल ड्राइव चलाया जा रहा है. अवैध जल संयोजन के अलावा जलकर बकायेदारों पर झारखंड म्यूनिसिपल एक्ट के तहत कार्रवाई होगी. देव विहार रेसीडेंसी, झारूडीह में जो मामला सामने आये हैं, सभी को कागजात के साथ बुलाया गया है. इसके बाद आगे की कार्रवाई की जायेगी. शहरी क्षेत्र में 38 हजार वैध कनेक्शन हैं. इनमें मात्र 22 हजार उपभोक्ताओं के घरों से वाटर टैक्स का पैसा नगर निगम को मिलता है. 16 हजार उपभोक्ता वर्षों से वाटर टैक्स का भुगतान नहीं कर रहे हैं. जांच टीम में सिटी मैनेजर, सहायक अभियंता, कनीय अभियंता व पाइप लाइन इंस्पेक्टर के अलावा एजेंसी को टीम थी.
कुम्हारपट्टी में सेफ्टी टैंक का पानी बहाने पर दो हजार रुपये जुर्माना :
कुम्हारपट्टी में सेफ्टी टैंक का पानी सड़क पर गिराने पर रणजीत कुमार नामक व्यक्ति पर दो हजार रुपये का जुर्माना लगाया गया है. फूड इंस्पेक्टर अनिल कुमार ने बताया कि स्थानीय लोगों की शिकायत पर जांच की गयी. जांच में सेफ्टी टैंक का पानी सड़क पर गिराने का मामला पकड़ा गया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है