कोर्ट रोड स्थित सदर अस्पताल के संचालन के लिए रोगी कल्याण समिति का निबंधन शुक्रवार को हो गया. राज्य निबंधन कार्यालय ने शुक्रवार को समिति को निबंधित कर लिया है. इसके साथ ही सदर अस्पताल के संचालन के लिए रोगी कल्याण समिति अधिकृत हो गयी है. समिति में शामिल पदाधिकारी समय-समय पर बैठक कर अस्पताल की चिकित्सा व्यवस्था सुदृढ़ करने की दिशा में कार्य कर सकेंगे. बता दें कि अस्पताल के संचालन के लिए राेगी कल्याण समिति का निबंधन नहीं होने से मरीज व अस्पताल में चिकित्सा व्यवस्था सुदृढ़ करने से जुड़े कई कार्य रुके हुए हैं. प्रभात खबर ने 30 अप्रैल के अंक में इस मामले को प्रमुखता से प्रकाशित किया था. इसपर संज्ञान लेते हुए समिति के निबंधन की प्रक्रिया शुरू की गयी थी.
आयुष्मान से अर्जित राशि का हो सकेगा इस्तेमाल :
बता दें कि सदर अस्पताल ने आयुष्मान भारत योजना के तहत मरीजों का इलाज कर 80 लाख रुपये प्राप्त किये हैं. रोगी कल्याण समिति का निबंधन नहीं हाेने के कारण इन पैसों का इस्तेमाल मरीजों की सुविधाओं पर खर्च नहीं हो पा रहा था.समिति के मार्गदर्शन में होंगे ये कार्य :
रोगी कल्याण समिति के मार्गदर्शन में मरीजों के लिए अस्पताल में भोजन की उचित व्यवस्था, चादर, दवा, अस्पताल की साफ सफाई, लॉन्ड्री की व्यवस्था सहित स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ किया जायेगा. साथ ही गर्भावस्था, प्रसव, परिवार नियोजन, नवजात शिशु की देखभाल, बच्चों के कुपोषण, आउटडोर पेशंट, इनडोर पेशंट, सामान्य रोगियों के लिए निशुल्क इलाज सुनिश्चित किया जा सकेगा. ऐसे तंत्र का विकास किया जायेगा, जिससे मरीज के इलाज और देखभाल से इनकार नहीं किया जा सकता. स्वच्छ पेयजल, बिजली, जीवन रक्षक दवाओं व विभिन्न प्रकार के डायग्नोसिस की उपलब्धता, मरीज की सुरक्षा, मरीज के चिकित्सा रिकॉर्ड का उचित संधारण के लिए प्रभावी तंत्र विकसित करना, दवा व उपकरण तथा अन्य आवश्यक सामग्रियों का क्रय इत्यादि की व्यवस्था की जायेगी.क्या है रोगी कल्याण समिति :
अस्पतालों और स्वास्थ्य सेवा संगठनों में रोगियों के हितों की रक्षा और उनके कल्याण को बढ़ावा देने के लिए रोगी कल्याण समिति गठित की जाती है. इस समिति का मुख्य उद्देश्य रोगियों को सुरक्षित, गुणवत्तापूर्ण और मानवीय स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करना है. समिति रोगियों की शिकायतों को सुनती है और उनका निबटारा करती है. रोगी सुरक्षा को बढ़ावा देती है और अस्पताल में रोगी सुरक्षा के लिए आवश्यक कदम उठाती है. अस्पताल में स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार के लिए काम करती है. रोगियों को स्वास्थ्य सेवाओं और उनके स्वास्थ्य के बारे में शिक्षित करती है. समिति रोगियों को आवश्यक सहायता प्रदान करती है, जैसे कि आर्थिक सहायता, भावनात्मक सहायता आदि.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है