सिर्फ किताबों में अच्छे नंबर लाना आज की दुनिया में काफी नहीं है. सफलता के रास्ते में सबसे जरूरी है, सही दिशा, आत्मविश्वास के साथ सही मार्गदर्शन. जब बच्चे सही समय पर सही कॅरियर की तरफ कदम बढ़ाते हैं, तभी वे जीवन में अपने लक्ष्यों को पा सकते हैं. इसी सोच के साथ कॅरियर काउंसलिंग और व्यक्तित्व विकास जैसे प्रयास बेहद जरूरी बन जाते हैं. कॅरियर काउंसलिंग बच्चों को सिर्फ पढ़ाई की राह नहीं दिखाती, बल्कि उन्हें उनकी रुचियों और क्षमताओं के आधार पर भविष्य के अनगिनत विकल्पों से परिचित कराती है. इसी उद्देश्य को आगे बढ़ाते हुए प्रभात खबर ने स्कूली छात्रों को कॅरियर के सही चुनाव में मार्गदर्शन देने के लिए एक सराहनीय पहल की है. मंगलवार को इस अभियान की शुरुआत विशुनपुर स्थित द्वारका मेमोरियल फाउंडेशन एकेडमी से की गयी. मौके पर बिनोद बिहारी महतो कोयलांचल विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ धनंजय कुमार सिंह और गोल इंस्टीट्यूट, धनबाद के निदेशक संजय आनंद ने छात्रों को आठवीं से 12वीं तक की कक्षा में रहते हुए कैसे एक बेहतर कॅरियर चुनें और एक जिम्मेदार नागरिक बनें विषय पर मार्गदर्शन किया. मौके प्रभात खबर के वरिष्ठ संपादक जीवेश रंजन सिंह ने स्कूलों में कॅरियर काउंसेलिंग के आयोजन के उद्देश्य पर प्रकाश डाला. कहा कि आज के प्रतिस्पर्धात्मक युग में केवल अच्छी शिक्षा ही सफलता की गारंटी नहीं है. सभी विद्यार्थी सही मार्गदर्शन के बिना अपने लिए बेहतर कॅरियर का चुनाव नहीं कर पाते हैं. इसी उद्देश्य से इस अभियान की शुरूआत की गयी है.
पढ़े हुए विषयों का समय-समय पर पुनरावलोकन जरूरी : डॉ धनंजय
बिनोद बिहारी महतो कोयलांचल विश्विवद्यालय के रजिस्ट्रार डॉ धनंजय कुमार सिंह ने कहा कि मेहनत का फल जरूर मिलता है, लेकिन यह अधूरी सच्चाई है. आज की तेज रफ्तार और प्रतिस्पर्धात्मक दुनिया में केवल मेहनत ही पर्याप्त नहीं है, बल्कि सही दिशा में, सही रणनीति के साथ मेहनत करना जरूरी है. कई बार हम देखते हैं कि छात्र दिन-रात पढ़ाई में लगे रहते हैं, फिर भी अपेक्षित परिणाम नहीं मिलते. इसका मतलब यह नहीं कि वे मेहनत नहीं कर रहे, बल्कि हो सकता है कि उनकी मेहनत की दिशा सही न हो. घंटों पढ़ाई करने से ज्ञान नहीं बढ़ता, अगर वह पढ़ाई बिना लक्ष्य के की जा रही हो. पढ़ाई को समय से नहीं, समझ से बांधना चाहिए. किसी टॉपिक को तब तक पढ़ना चाहिए जब तक वह पूरी तरह स्पष्ट न हो जाये. अक्सर छात्र समय की गणना करते हैं ‘मैंने आज छह घंटे पढ़ाई की’ लेकिन क्या उन छह घंटों में वास्तव में ज्ञान अर्जित हुआ, यह जरूरी सवाल है. लक्षित पढ़ाई यानी उस विषयवस्तु को गहराई से समझना, जो हमारी परीक्षा या कॅरियर के लिए जरूरी है. साथ ही, पढ़े हुए विषयों का समय-समय पर पुनरावलोकन (रीविजन) भी उतना ही जरूरी है. यदि हम पुराने पाठों को दोहराते नहीं, तो धीरे-धीरे वह ज्ञान स्मृति से मिटने लगता है. इसलिए सफलता का मूल मंत्र है, लक्ष्य तय करें, समझ के साथ पढ़ें, और समय-समय पर रीविजन करते रहें. यही रणनीति न केवल पढ़ाई में सफलता दिलाती है, बल्कि जीवन के हर क्षेत्र में हमें एक मजबूत और स्थायी आधार प्रदान करती है और हमारे लिए बेहतर कॅरियर के लिए मजबूत प्लेटफॉर्म मिलता है.
सही मार्गदर्शन और नियमित अध्ययन से ही बनती है सफलता की राह : संजय आनंद
गोल इंस्टीट्यूट धनबाद के निदेशक संजय आनंद ने कहा कि कॅरियर काउंसलिंग का अर्थ केवल कॅरियर से जुड़ी जानकारी देना नहीं है, बल्कि छात्रों को सही दिशा में सपोर्ट प्रदान करना है, ताकि वे अपने जीवन का उद्देश्य समझ सकें और एक ठोस योजना के साथ आगे बढ़ सकें. आज के समय में प्रतियोगी परीक्षाएं प्रतिभा का चयन नहीं, बल्कि अनफिट उम्मीदवारों को छांटने की प्रक्रिया बन चुकी है. ऐसे में जरूरी है कि छात्र भीड़ से अलग अपनी पहचान बनाएं और अपने लक्ष्य को स्पष्ट रूप से तय करें. सफलता के लिए नियमित पढ़ाई बेहद जरूरी है. सिर्फ परीक्षा के समय पढ़ाई करने से अपेक्षित परिणाम नहीं मिलते. छात्रों को चाहिए कि वे कक्षा में शिक्षकों द्वारा दिये गये लेक्चर को ध्यानपूर्वक सुनें और घर आकर उसका समय पर रीविजन करें. यह प्रक्रिया न केवल ज्ञान को स्थायी बनाती है, बल्कि आत्मविश्वास भी बढ़ाती है. इसके साथ ही, स्कूल की सह-पाठ्यक्रम गतिविधियों में भाग लेना भी जरूरी है. ये गतिविधियां छात्रों के संपूर्ण व्यक्तित्व को निखारने में मदद करती हैं, चाहे वह नेतृत्व क्षमता हो, संवाद कौशल हो या टीम में काम करने की योग्यता. छात्रों को विशेष रूप से गणित विषय पर 10वीं तक मजबूत पकड़ बनाना जरूरी है, क्योंकि अधिकांश प्रतियोगी परीक्षाओं में गणित की प्रमुख भूमिका होती है. यह न केवल तार्किक क्षमता बढ़ाता है, बल्कि अंकों के आधार पर मेरिट में स्थान भी सुनिश्चित करता है. इसलिए, सफलता का सूत्र है, ‘सही मार्गदर्शन, नियमित अध्ययन, लक्ष्य की स्पष्टता और व्यक्तित्व विकास.प्राचार्य ने प्रभात खबर के कॅरियर काउंसेलिंग की सराहना
कॅरियर काउंसलिंग प्रभात खबर की एक सराहनीय पहल है, क्योंकि इस अभियान के माध्यम से छात्रों को उनकी रुचि, क्षमता और लक्ष्य के अनुसार सही दिशा में मार्गदर्शन प्राप्त हुआ है. यहां से मिला मार्गदर्शन छात्रों को भीड़ में खोने के बजाय एक स्पष्ट और उपयुक्त कॅरियर चुनने में मददगार साबित होगा. इससे उन्हें अपनी क्षमताओं का आकलन करने और विभिन्न विकल्पों को समझने में सहायता मिलेगी. स्कूली स्तर पर ऐसी पहल विद्यार्थियों को समय रहते सही निर्णय लेने में सहायक सिद्ध होती है.– मदन कुमार सिंह
, प्राचार्य – द्वारका मेमोरियल फाउंडेशन एकेडमीडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है