बांग्ला नववर्ष 1432 का स्वागत करने के लिए रविवार को बंगाली कल्याण समिति की ओर से सुबह में प्रभात फेरी निकाली गयी. इस दौरान पारंपरिक परिधान में समिति के सदस्यगण अपनी संस्कृति से जुड़े रहने का संदेश दे रहे थे. महिलाएं लाल पाढ़ की सफेद साड़ी और पुरुष कुर्ता पजामा में थे. प्रभात फेरी जेसी मल्लिक रोड से शुरू होकर पार्क मार्केट, हीरापुर बाजार समिति होते हुए हरि मंदिर पहुंचकर समाप्त हुई. इस दौरान बड़ी संख्या में लोग बांग्ला गीत और नृत्य कर रहे थे. इंद्रजीत चटर्जी, अरुण बनर्जी, श्याम बनर्जी के साथ मास्टर कुशान सेनगुप्ता, मास्टर अरिजित बनर्जी, मास्टर निर्झर बक्शी, मास्टर राजदीप चटर्जी व अनुश्री बनर्जी ने मधुर गीत प्रस्तुत किये. प्रभात फेरी में धनबाद के छह नृत्य विद्यालयों के बच्चे भी शामिल थे. बच्चों ने मोहक नृत्य प्रस्तुत कर सबका मन मोह लिया. नृत्य विद्यालय की मेंटर संचिता बक्शी, समृद्ध चौधरी, सुमोना बनर्जी, शंपा बनर्जी व आरती साव को समिति के अध्यक्ष तन्मय गौण, सचिव कंचन दे व अन्य सदस्यों ने मोमेंटो देकर सम्मानित किया गया. आयोजन को सफल बनाने में पार्क मार्केट चेंबर ऑफ कॉमर्स, चीरागोरा चेंबर ऑफ कॉमर्स, कोर्ट क्वार्टर बाजार समिति, हीरापुर हरि मंदिर, मारवाड़ी युवा मंच और शक्ति मेडिकल ने सहयोग किया. संचालन विकास कांति खान और संगीता गांगुली ने किया.
कल मनेगा पोइला बोइशाख :
बंगाली समुदाय का नया साल पोइला बोइशाख 15 अप्रैल को मनाया जायेगा. इस दिन की शुरुआत पूजा पाठ से की जायेगी. घरों में पारंपरिक व्यंजन बनेंगे. नये कपड़े पहनकर बड़ों का आशीर्वाद लेंगे. बंगाली समुदाय अपने प्रतिष्ठानों में मां लक्ष्मी व गणेश देव की पूजा कर बही खाता बदलेंगे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है