शहरी क्षेत्र में बढ़ते इलेक्ट्रॉनिक कचरे को देखते हुए नगर निगम ने बड़ा कदम उठाया है. निगम ने तीन स्थानों पर आधुनिक ई-वेस्ट कलेक्शन सेंटर तैयार किये हैं. हर केंद्र पर 15 लाख रुपये खर्च किये गये हैं. इन केंद्रों के शुरू होने से अब मोबाइल, लैपटॉप, चार्जर, टीवी, पुराने कंप्यूटर सहित अन्य इलेक्ट्रॉनिक कचरे को सुरक्षित तरीके से जमा किया जा सकेगा.
नगर निगम की योजना सिर्फ ई-वेस्ट इकट्ठा करने की नहीं है, बल्कि इसकी री-साइक्लिंग और री-यूज करना भी है. अधिकारियों के मुताबिक, कई इलेक्ट्रॉनिक पार्ट ऐसे होते हैं, जिन्हें रिपेयर या प्रोसेस कर दोबारा उपयोग में लाया जा सकता है. इससे शहर में कचरे का बोझ कम होगा और पर्यावरण संरक्षण को भी मजबूती मिलेगी.डोर टू डोर कचरा कलेक्शन के लिए बहाल होगी एजेंसी
केंद्र खुलने से उम्मीद जतायी जा रही है कि लोग पुराने और खराब इलेक्ट्रॉनिक सामान घर में रखने या खुले में फेंकने के बजाय अब कलेक्शन सेंटर को उपलब्ध करायेंगे. नगर निगम ने जल्द ही जागरूकता अभियान चलाने की भी तैयारी की है, ताकि अधिक से अधिक लोग इस पहल का लाभ उठा सकें. ई-वेस्ट प्रबंधन को लेकर यह कदम धनबाद के लिए एक सकारात्मक शुरुआत मानी जा रही है. डोर टू डोर कचरा कलेक्शन के लिए एजेंसी बहाल की जायेगी. इसकी टेंडर प्रक्रिया शुरू की गयी है.नगर आयुक्त रविराज शर्मा ने बताया कि ई-वेस्ट प्रबंधन के लिए नगर निगम ने तैयारी पूरी कर ली है. धनसार, बस स्टैंड बरटांड़ व बनियाहीर में ई-वेस्ट कलेक्शन सेंटर बनाया गया है. डोर टू डोर कचरा कलेक्शन के लिए टेंडर निकाला जा रहा है. ई-वेस्ट कलेक्शन सेंटर आये कचरा को री-साइक्लिंग करने साथ री-यूज किया जायेगा. इससे पर्यावरण संरक्षण को मजबूती मिलेगी.
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