कार्यक्रम का उद्घाटन एसएनएमएमसीएच के अधीक्षक सह प्रभारी प्राचार्य डॉ डीके गिंदौरिया ने किया. वहीं मुख्य वक्ता अस्पताल के ऑन्कोलॉजी सर्जन डॉ जैद अली अनवर थे. उन्होंने बताया कि एसएनएमएमसीएच में कैंसर के मरीजों के इलाज की प्रक्रिया अब व्यवस्थित रूप से शुरू हो चुकी है और मरीजों को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध करायी जा रही हैं. अस्पताल में पिछले कुछ माह में 20 से ज्यादा ब्रेस्ट कैंसर मरीजों की सफल सर्जरी की जा चुकी है. इनमें कई मरीज ऐसे थे जिनकी स्थिति जटिल थी, लेकिन टीमवर्क से सर्जरी सफल रही. उन्होंने यह भी बताया कि अब एसएनएमएमसीएच में कैंसर से जुड़ी जांच, बायोप्सी, सर्जरी और उपचार की सुविधाएं एक ही छत के नीचे उपलब्ध है. ऐसे में मरीजों को बाहर रेफर करने की आवश्यकता कम हो गयी है.
400 से ज्यादा मरीजों की प्रारंभिक स्टेज में पहचान कर किया गया इलाज
कार्यक्रम के दौरान डॉ अनवर ने कैंसर की प्रारंभिक पहचान की महत्ता पर विशेष जोर दिया. उन्होंने बताया कि 400 से अधिक मरीज ऐसे मिले, जिनमें कैंसर के शुरुआती लक्षणों की पहचान कर समय पर इलाज शुरू किया गया. शुरुआती स्टेज में उपचार शुरू होने से मरीजों के ठीक होने की संभावना कई गुना बढ़ जाती है. उन्होंने कहा कि ब्रेस्ट कैंसर, ओरल कैंसर और सर्वाइकल कैंसर जैसे मामलों में नियमित जांच और जागरूकता जरूरी है. सीएमई में अस्पताल के विभिन्न विभागों के चिकित्सकों ने भाग लिया और कैंसर उपचार से जुड़े नवीनतम शोध, चुनौतियों और समाधान पर चर्चा की.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

