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Loadshedding in Bastakola Dhanbad: भारत कोकिंग कोल लिमिटेड (बीसीसीएल) के बस्ताकोला क्षेत्र संख्या 9 के बस्ताकोला कोलियरी के करीब 20 हजार की आबादी पिछले 10 दिन से लोडशेडिंग से परेशान हैं. इसके विरोध में बुधवार सुबह 5 बजे करीब 300 लोग गोलबंद होकर बस्ताकोला कोलियरी कार्यालय पहुंचे और ऑफिस के मेन गेट पर ताला जड़ दिया. इसके बाद वहीं धरने पर बैठ गये.
नया ट्रांसफॉर्मर लगाने की मांग करते हुए धरना पर बैठे लोग
लोग तत्काल जले हुए ट्रांसफॉर्मर की जगह नया ट्रांसफॉर्मर लगाने की मांग कर रहे थे. कार्यालय के अधिकारी और कर्मचारी ड्यूटी पर पहुंचे, तो लोगों ने उन्हें मुख्य गेट से अंदर जाने से रोक दिया. इसकी सूचना पर पहले स्थानीय प्रबंधन ने धरना पर बैठे लोगों को समझा-बुझाकर शांत करने का प्रयास किया. लोगों के विरोध को देखते हुए क्षेत्रीय स्तर के अधिकारी मौके पर पहुंचे.
अधिकारियों ने बाहर में निपटाये जरूरी काम
उप महाप्रबंधक प्रबंधक टी पासवान ने आक्रोशित लोगों से बात की. लोग उनकी बात सुनने को तैयार नहीं थे. कार्यालय का मेन गेट बंद कर दिये जाने की वजह से करीब डेढ़ सौ कर्मचारी आज हाजिरी नहीं बना सके. अधिकारियों ने कार्यालय के बाहर कुर्सी लगाकर जरूरी काम निपटाये.
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पुलिस और सीआईएसएफ जवान भी पहुंचे
लोगों के आक्रोश को देखते हुए स्थानीय पुलिस और सीआईएसएफ के जवान भी मौके पर पहुंचे. दूसरी तरफ, धरना दे रहे लोग वहीं अड़े रहे. लोगों ने मुख्य गेट पर ही पंडाल बनाकर लगातार तालाबंदी और धरना जारी रखने का ऐलान कर दिया. इसकी सूचना पाकर कई वरीय अधिकारियों ने मामले का संज्ञान लिया.
भुली से वैकल्पिक ट्रांसफॉर्मर लाने की हुई पहल
भुली क्षेत्र से एक नया वैकल्पिक ट्रांसफॉर्मर लाने की पहल शुरू हुई, लेकिन गुस्साये लोग समाचार लिखे जाने तक धरनास्थल पर जमे थे. बीसीसीएल प्रबंधन किरान मंगाकर पुराने ट्रांसफार्मर को ले जाने की तैयारी में जुट गया है. लोगों का कहना है कि जब तक नया ट्रांसफर नहीं लग जाता, तब तक स्थानीय लोग कार्यालय का ताला नहीं खोलने देंगे. धरना भी जारी रहेगा.
लोग बोले- दुर्गा पूजा में चारों ओर जगमग, हम अंधेरे में
बस्ती के लोगों का कहना था कि एक ओर पूरे शहर में नवरात्रि एवं दुर्गा पूजा की तैयारी में लोग जुटे हैं. चारों ओर जगमग है. वहीं, इस क्षेत्र के लोग 10 दिन से नया ट्रांसफॉर्मर की व्यवस्था नहीं होने के कारण अंधेरे में रहने को मजबूर हैं. बिजली नहीं है, तो पानी आपूर्ति भी बंद है. कई कॉलोनियों में लोग जेनरेटर के माध्यम से बिजली की वैकल्पिक व्यवस्था करने को मजबूर हैं. हर दिन इसके लिए लोगों को हजारों रुपए भाड़ा चुकाना पड़ रहा है.
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