धनबाद.
देश की कोयला राजधानी होने के बाद भी धनबाद की अनदेखी होती रही है. इसी का परिणाम है कि अब शहर में स्थित बस स्टैंड को कतरास ले जाने की तैयारी चल रही है. बस स्टैंड को किस कारण से शिफ्ट किया जा रहा है, इसकी सही जानकारी ना प्रशासन के वरीय अधिकारियों को है और ना ही स्थानीय जनप्रतिनिधियों को. उक्त बातें जेएलकेएम के क्रेंदीय प्रवक्ता सुशील मंडल ने रविवार को सर्किट हाउस में प्रेस वार्ता कर कही. इस दौरान उन्होंने आरोप लगाया कि सांसद अपनी शक्तियों का इस्तेमाल कर बस स्टैंड को धनबाद से कतरास ले जाना चाहते हैं. वह अपने घर के सामने सबकुछ चाहते है. उन्होंने कहा कि धनबाद बस स्टैंड में पर्याप्त जमीन है. लेकिन सही प्लानिंग नहीं की जा रही है. जेएलकेएम बस स्टैंड को कतरास ले जाने का विरोध करता है. इसके लिए जरूरत पड़ी तो सड़क पर उतरकर आंदोलन किया जायेगा. विधानसभा में भी इस मुद्दे को उठाया जायेगा.कतरास का मार्ग सुरक्षित नहीं
श्री मंडल ने कहा कि सभी बड़े शहरों में स्टेशन के पास ही बस स्टैंड होता है. लेकिन यहां से बस स्टैंड को 20 किलोमीटर दूर ले जाया जा रहा है. यह गलत है. कतरास तक जाने का मार्ग भी पूरी तरह से सुरक्षित नहीं है. वहां से रात को लौटना या जाना मुश्किल होगा.धनबाद में ही रहे आइएसबीटी
इंटर स्टेट बस टर्मिनल को यहीं रखा जाये. इसके लिए जेएलकेएम आंदोलन करेगा. वहीं पार्टी के प्रकाश कुमार ने कहा कि धनबाद बस स्टैंड में 100 बसों के लिए बेहतर व्यवस्था हो सकती है. मल्टी मॉडल इंटीग्रेशन का उपयोग होना चाहिए. शहर का रूट मैप बने. मौके पर राजा दास, शक्ति महतो, डिंपल चौबे आदि थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

