Dhanbad News: सर्जरी व गायनी में चार-चार तथा बायोकेमिस्ट्री में दो सीटों पर इस सत्र से लिया जायेगा नामांकन शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (एसएनएमएमसीएच) में इस सत्र से पीजी के तीन नये विषयों पर पढ़ाई शुरू होगी. नेशनल मेडिकल कमिशन (एनएमसी) ने सर्जरी, गायनी के क्रमश: चार-चार व बायोकेमिस्ट्री विभाग में दो सीटों पर पीजी की पढ़ाई शुरू करने की अनुमति दे दी है. इस संबंध में एनएमसी की ओर से एसएनएमएमसीएच प्रबंधन को सूचित कर दिया गया है. इस स्वीकृति के साथ मेडिकल कॉलेज में पीजी की कुल सीटों की संख्या बढ़कर 19 हो गयी है. कॉलेज प्रबंधन ने अगले सत्र में नामांकन प्रक्रिया शुरू करने की तैयारी शुरू कर दी है.
कॉलेज के लिए बड़ी उपलब्धि : डॉ एसके चौरसिया
मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ एसके चौरसिया ने बताया कि इस सत्र में तीन नये विषयों में 10 सीटों पर छात्रों का नामांकन लिया जायेगा. उन्होंने कहा कि यह कॉलेज और जिला दोनों के लिए एक बड़ी उपलब्धि है. अब हमारे कॉलेज में पीजी की पढ़ाई और अधिक विषयों पर उपलब्ध होगी. इससे न केवल छात्रों को बल्कि मरीजों को भी बेहतर विशेषज्ञ सेवाएं मिलेंगी. उन्होंने कहा कि फिलहाल एसएनएमएमसीएच में मेडिसिन विभाग में छह सीटों और ऑर्थोपेडिक विभाग में तीन सीटों पर पीजी की पढ़ाई चल रही है. तीन नये विषयों को जोड़ने के बाद कॉलेज की शैक्षणिक स्तर में विस्तार होगा. इधर, तीन विषयों में पीजी की पढ़ाई शुरू करने की स्वीकृति मिलने के बाद शनिवार को चिकित्सकों ने एक-दूसरे को मिठाई खिलाकर बधाई दी.
मरीजों को होगा लाभ, लैब में बढ़ेगी अनुसंधान क्षमता
कॉलेज प्रबंधन के अनुसार सर्जरी और गायनी विभाग में पीजी की शुरुआत से मरीजों के लिए बेहतर इलाज की सुविधा बढ़ेगी. वहीं बायोकेमिस्ट्री में पीजी शुरू होने से कॉलेज में लैब और अनुसंधान क्षमता में भी वृद्धि होगी. डॉ चौरसिया ने बताया कि एनएमसी की टीम ने बीते माह कॉलेज के विभिन्न विभागों का निरीक्षण किया था. निरीक्षण में बुनियादी ढांचे, फैकल्टी की उपलब्धता, उपकरणों और लैब की गुणवत्ता का मूल्यांकन किया गया था. संतोषजनक रिपोर्ट मिलने के बाद एनएमसी ने तीन विषयों में पीजी की पढ़ाई शुरू करने की अनुमति दी है.
आने वाले समय में अन्य विभागों में पीजी की पढ़ाई शुरू करने की तैयारी
डॉ एसके चौरसिया ने बताया कि आने वाले समय में अन्य विभागों में भी पीजी कोर्स शुरू करने के लिए आवेदन किया जायेगा. हमारा लक्ष्य है कि अगले कुछ वर्षों में मेडिकल कॉलेज को एक पूर्ण रूप से विकसित पीजी शिक्षण संस्थान बनाया जाये.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

