Dhanbad Mining Accident, धनबाद : धनबाद जिले के मुग्मा क्षेत्र स्थित ईसीएल की एक बंद पड़ी खदान में रविवार सुबह अवैध खनन के दौरान बड़ा हादसा हो गया. खदान का एक हिस्सा अचानक धंस गया, जिसमें दो मजदूरों की मौत हो गयी और कई गंभीर रूप से घायल हो गये. घटना के बाद इलाके में अफरा-तफरी मच गयी.
40 किलोमीटर दूर हुआ हादसा
मिली जानकारी के अनुसार यह हादसा धनबाद जिला मुख्यालय से करीब 40 किलोमीटर दूर मुग्मा क्षेत्र में हुआ. निरसा विधायक अरूप चटर्जी ने दावा किया कि एक मजदूर की मौके पर ही मौत हो गयी थी, जबकि दूसरे ने पश्चिम बंगाल के एक अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ा. विधायक का आरोप है कि पुलिस अवैध खनन की घटना को दबाने का प्रयास कर रही है.
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खनन शुरू होने के कुछ देर बाद ही धंस गयी खदान
घटना में मारे गए मजदूर मनोज कोइरी (46) पश्चिम बंगाल के पश्चिम बर्धमान जिले के रहने वाले थे. उनके बेटे दुलमुल कोइरी ने बताया कि झारखंड के एक ठेकेदार ने पश्चिम बंगाल से करीब 12 मजदूरों को अवैध खनन के लिए मुग्मा ले गया था. रविवार सुबह खनन शुरू होने के कुछ ही देर बाद खदान धंस गयी और कई मजदूर अंदर फंस गए.
परिजनों का आरोप- ठेकेदार मौका पाकर फरार
परिजनों ने आरोप लगाया कि ठेकेदार घटना के बाद मौका पाकर फरार हो गया और मजदूरों को बचाने की कोशिश भी नहीं की. चूंकि घायल मजदूरों में अधिकतर पश्चिम बंगाल के रहने वाले थे, इसलिए उन्हें इलाज के लिए कुल्टी और आसनसोल ले जाया गया.
मामले की जांच जारी
घटना की सूचना मिलने के बाद निरसा एसडीपीओ रजत माणिक बाखला ने कहा कि मामले की जांच जारी है, जबकि ईसीएल मुग्मा क्षेत्र के महाप्रबंधक ओपी चौबे ने भी जांच की बात कही है. इधर, अवैध खनन को लेकर स्थानीय लोग प्रशासन और ईसीएल की लापरवाही पर सवाल उठा रहे हैं.
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