Dhanbad News: बीसीसीएल ब्लॉक दो क्षेत्र के एबीओसीपी में कार्यरत लाइन मजदूर (ब्लास्टिंग) विजेंद्र महरा (47) की इलाज के क्रम में रविवार की सुबह सात बजे दुर्गापुर के अस्पताल में मौत हो गयी. इसके बाद दुर्गापुर से परिजन शव लेकर लालबंगला स्थित पीओ कार्यालय पहुंचे और पत्नी सरिता देवी को नियोजन देने की मांग को लेकर धरना शुरू कर दिया. यूनियन प्रतिनिधियों ने पीओ आरके शर्मा से वार्ता की, लेकिन प्रबंधन प्रोविजनल नियोजन देने पर असमर्थता जतायी. इस पर यूनियन नेताओं ने कोलियरी का चक्का जाम करने की चेतावनी दी.
क्या है मामला
मृतक विजेंद्र महरा बाघमारा लुतीपहाड़ी का रहने वाला था. 11 सितंबर को ड्यूटी से घर लौटने के क्रम में रास्ते में तबीयत बिगड़ गयी थी. रीजनल अस्पताल डुमरा में उपचार के बाद सीएचडी धनबाद रेफर किया गया था. वहां से बेहतर इलाज के लिए चिकित्सकों ने दुर्गापुर भेजा था.
विधायक के हस्तक्षेप से प्रबंधन ने दिया नियोजन
बाघमारा विधायक शत्रुघ्न महतो के हस्तक्षेप पर पीओ ने पत्नी को नियोजन देने पर सहमति जतायी. वार्ता के बाद मृतक की पत्नी पत्नी सरिता देवी को नियुक्ति पत्र दिया गया. साथ ही नियमानुसार पावन भुगतान का आश्वासन दिया गया. मौके पर विधायक के बड़े भाई भरत महतो, कार्मिक प्रबंधक प्रशासन पीके झा, यूनियन प्रतिनिधियों में भरत महतो, गोपाल मिश्रा, तुलसी साव, मुरारी पांडेय, अरशद हुसैन, सुरेंद्र यादव, इंदल यादव, संतोष दास, मनोज सिंह, राम पांडेय, अकलेश नोनिया, भरत राय, केशव पासवान, संतोष सिंह, किशोर ठाकुर, शंकर नोनिया आदि थे.
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