Bike Riding Passion: कहते हैं कि सपनों की कोई उम्र नहीं होती. इस बात को सच कर दिखाया है 69 वर्ष के विजय पंचोली ने. बेंगलुरु में अपने बच्चों के साथ रहने वाले विजय ने साबित कर दिया कि अगर दिल में हौसला हो, तो उम्र महज एक संख्या है. विजय पंचोली ने 18 नवंबर को बेंगलुरु से अपनी बाइक यात्रा की शुरुआत की और मात्र 9 दिन में 2100 किमी का सफर पूरा करते हुए गुरुवार को धनबाद के धोबाटांड़ स्थित अपने घर पहुंचे.
तिरुपति बालाजी के दर्शन के बाद की यात्रा की शुरुआत
यात्रा की शुरुआत उन्होंने तिरुपति बालाजी मंदिर के दर्शन के साथ की. इसके बाद विशाखापत्तनम में दो दिन बिताये. इसके बाद जगन्नाथ पुरी, बालेश्वर और जमशेदपुर होते हुए धनबाद पहुंचे. पूरे सफर में वे अपने साथ पूरी बाइकिंग किट लेकर चले और हेलमेट पर लगे गो प्रो कैमरे से हर पल को रिकॉर्ड भी करते रहे. विजय का कहना है कि उम्र तभी रुकावट बनती है, जब मन और शरीर साथ देना छोड़ दे. जज्बा हो, तो उम्र महज एक अंक है.
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Bike Riding Passion: बचपन से बाइकिंग का शौक
पंचोली ने बताया कि बाइकिंग का शौक उनको बचपन से है. इसे वे अब जी रहे हैं. इससे पहले वे बेंगलुरु से अहमदाबाद और वहां से सिक्किम-गंगटोक तक की चुनौतीपूर्ण यात्रा भी बाइक से कर चुके हैं. बताया कि जल्द ही वे पुणे-धनबाद-बेंगलुरु की अगली यात्रा पर निकलने की तैयारी में हैं.
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