आयुष्मान योजना जुड़े मरीजों का इलाज अब रेलवे अस्पताल में भी हो पायेगा. आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के अंतर्गत सूचीबद्ध रेलवे अस्पतालों का प्रबंधन राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण (एनएचए) के बदले राज्य स्वास्थ्य एजेंसी (एसएचए) करेगी. रेलवे बोर्ड की कार्यकारी निदेशक स्वास्थ्य डाॅ नमिता नेगी ने सभी जोन के प्रधान मुख्य चिकित्सा निदेशक व प्रधान मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को पत्र जारी किया है.
एक माह में एनएचए से हटाकर एसएचए को होगा स्थानांतरित :
निर्देश में यह भी कहा गया है कि सभी सरकारी अस्पतालों को 30 दिन के अंदर एनएचए के प्लेटफार्म से हटाकर राज्यों की श्रेणी में स्थानांतरित कर दिया जाएगा. जिन राज्यों का अपना आइटी सिस्टम है, वे अस्पतालों को नयर श्रेणी के रूप में जोड़ सकेंगे. पुराने डाटा का समन्वय अस्पताल के पूर्व कोड के साथ बना रहेगा. राज्यों को स्वास्थ्य सेवाओं पर अधिक नियंत्रण होगा.अलग-अलग श्रेणी के मरीजों को किट में मिलेगा विभिन्न सामान :
आयुष्मान भारत योजना के तहत इलाज कराने वाले मरीजों के बीच विशेष किट का वितरण सोमवार को उपायुक्त करेंगे. सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ संजीव कुमार प्रसाद ने बताया कि आयुष्मान से इलाज कराने वाले मरीजों के बीमारी के इलाज के पश्चात इस्तेमाल में आने वाले सामानों से संबंधित किट तैयार किया गया है. सदर अस्पताल समेत विभिन्न स्वास्थ्य केंद्रों में आयुष्मान से इलाज कराने वालों को किट मुहैया कराने के लिए जिला स्वास्थ्य विभाग की ओर से टेंडर आमंत्रित किया है. 30 अगस्त को टेंडर डालने की अंतिम तिथि है. कुपोषण उपाचार केंद्र के बच्चों को प्रोटिन पाउडर 200 ग्राम, मूंगफली 200 ग्राम, दलिया 1 केजी, सूजी 1 केजी, घी 200 ग्राम, गुड़ 1 केजी, किसमिस 200 ग्राम, सामान्य मरीज को हॉर्लिक्स 500 ग्राम, ग्लास 2 पिस, चम्मच एक पिस, सर्जरी के बाद डे-केयर ड्रेसिंग कराने वाले मरीज एक तौलिया, प्रसव वाले महिलाओं के बच्चों के लिए जेंटल बेबी शैंपू 400 एमएल, बेबी मसाज ऑयल 50 एमएल, जेंटल बेबी शॉप 75 ग्राम, बेबी लोशन 40 एमएल, बेबी पाउडर 50 ग्राम, बेबी फीडिंग बॉटल, बेबी कंबल, बेबी टावल, बेबी कपड़े का सेट, प्रसव कराने वाली महिलाओं को 15 लीटर की बालटी, दो लीटर का मग, तीन सेल वाला चार्जेबल टॉर्च, छाता या कंबल दिया जायेगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

