पिछड़ा वर्ग आयोग की रिपोर्ट के बाद कार्मिक विभाग ने जारी किया संकल्प पत्र
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सूड़ी जाति को मिलने लगा ओबीसी-वन का सर्टिफिकेट
पिछड़ा वर्ग आयोग की रिपोर्ट के बाद कार्मिक विभाग ने जारी किया संकल्प पत्र धनबाद : झारखंड की सूड़ी जाति के लिए राहत भरी खबर है. उक्त जाति को पिछड़ा वैश्य जाति की उपजाति सूढ़ी एनेक्सर दो से हटा कर विधिवत रूप से एनेक्सर एक में शामिल किया गया है. सरकार का आदेश आने के […]
धनबाद : झारखंड की सूड़ी जाति के लिए राहत भरी खबर है. उक्त जाति को पिछड़ा वैश्य जाति की उपजाति सूढ़ी एनेक्सर दो से हटा कर विधिवत रूप से एनेक्सर एक में शामिल किया गया है. सरकार का आदेश आने के बाद उस जाति के आवेदकों को अब पिछड़ी जाति एनेक्सर-वन का सर्टिफिकेट मिलने लगा है. उपायुक्त धनबाद ऑफिस से सर्टिफिकेट इश्यू होना शुरू हो गया है. पहला सर्टिफिकेट बलियापुर प्रखंड के खास परघा निवासी मिथुन मंडल और दूसरा उसी गांव के अश्विनी कुमार मंडल के पुत्र जीतेंद्र कुमार मंडल के नाम निर्गत हुआ है. पूरे राज्य में कई टाइटिल में यह जाति पायी जाती है. उसमें प्रमुख रूप से मंडल, सौंडिक, प्रसाद, साव, शाहबादी, ओहदार, जायसवाल, साहा, खां, राय आदि प्रमुख हैं. धनबाद में सबसे अधिक मंडल फिर साव टाइटिल से यह जाति पायी जाती है.
पिछले साल आयोग ने किया था सर्वे : सूढ़ी जाति को पश्चिम बंगाल की तरह झारखंड में भी अनुसूचित जाति का दर्जा देने की मांग बहुत पुरानी है. इस बीच पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष लोकनाथ प्रसाद को आवेदन देकर एनेक्सर-वन की सूची में डालने की भी मांग की गयी थी. उसी आलोक में पिछले साल केशव महतो कमलेश की अगुआई में बनी टीम ने पूरे राज्य का दौरा कर रिपोर्ट आयोग को सौंपी. धनबाद के कुलबेड़ा, गुलूडीह व आमझर गांव का दौरा किया गया था. साथ में झारखंड सूड़ी समाज कल्याण समिति के अध्यक्ष कंसारी मंडल, विधायक फूलचंद मंडल, रेखा मंडल, हिमांशु मंडल, अनिल साव समेत समाज के अन्य नेता मौजूद थे.
पहले एनेक्सर टू में था शामिल :
टीम ने पूरे राज्य में रह रहे सूड़ी जाति के सामाजिक, आर्थिक, शैक्षणिक हैसियत की जानकारी आयोग को दी. फिर आयोग ने सरकार से इसे एनेक्सर वन में शामिल करने की अनुशंसा की. इसके बाद राज्य के कार्मिक, प्रशासनिक सुधार व राजभाषा के सचिव रतन कुमार ने अपने पत्रांक संख्या 10760 दिनांक 18/12/2015, ज्ञापांक 14/जा.नि/ 3/8/2015 के तहत राज्य के सभी नोडल अधिकारी को आदेश दिया कि सूढ़ी (सूंड़ी) जाति को झारखंड राज्य पिछड़े वर्गों की सूची (अनुसूची-2) के क्रमांक 20 पर दर्ज बनिया की उपजाति सूढ़ी को विलोपित करते हुए झारखंड राज्य के पिछड़े वर्गों की सूची (अनुसूची-1) में शामिल किया जाये.
फिर लिखा गया आवेदन तो मिलने लगा जाति प्रमाण पत्र
उक्त आदेश के बाद भी जब सूड़ी जाति के आवेदकों को एनेक्सर वन का सर्टिफिकेट प्रखंड या जिला कार्यालय से नहीं मिलने लगा तो कुलबेड़ा के नारायण मंडल ने पहले फरवरी माह में फिर मई माह में कार्मिक व राजभाषा विभाग के सचिव को पत्र लिखा. उन्होंने कार्मिक विभाग के आदेश का उल्लेख करते कर ओबीसी वन का प्रमाण पत्र इश्यू करने का आग्रह किया. मई के अंतिम सप्ताह में सर्टिफिकेट मिलने शुरू हो गया. धनबाद उपायुक्त कार्यालय से जीतेंद्र कुमार मंडल को सर्टिफिकेट संख्या जेएच सीसी/2016/95926 दिनांक 31/5/2016 को इश्यू हुआ. इधर, झारखंड सूड़ी समाज कल्याण समिति के अध्यक्ष कंसारी मंडल ने कहा कि एनेक्सर-वन एक पड़ाव है, अनुसूचित जाति में शामिल करने संबंधी लड़ाई जारी रहेगी.
जताया अाभार : बलियापुर. सूड़ी समाज के शैलेन मंडल, गोउर मंडल, मानस मंडल व पिंटू मंडल ने राज्य सरकार के प्रति आभार जताया है.
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