Corona Remedies Share Price: शेयर बाजार में कोरोना रेमेडीज ने अपने आईपीओ के साथ जबरदस्त एंट्री की है. कंपनी के शेयर एनएसई पर 38 प्रतिशत से ज्यादा प्रीमियम के साथ लिस्ट हुए है, जिसने निवेशकों को पहले ही दिन अच्छा मुनाफा दिया है.
लिस्टिंग इतनी मजबूत क्यों रही?
कोरोना रेमेडीज का आईपीओ दिसंबर के दूसरे हफ्ते में आया था और इसे निवेशकों से जबरदस्त रिस्पॉन्स मिला था. यह इश्यू 137 गुना से ज्यादा सब्सक्राइब हुआ है, जिससे यह साफ हो गया था कि बाजार में कंपनी को लेकर भरोसा है. एनएसई पर शेयर 1,470 रुपये और बीएसई पर 1,452 रुपये पर लिस्ट हुए है, जो इसके इश्यू प्राइस से काफी ऊपर रहे है.
क्या ग्रे मार्केट से भी बेहतर प्रदर्शन है?
लिस्टिंग से पहले ग्रे मार्केट में लगभग 32 प्रतिशत प्रीमियम की उम्मीद थी, लेकिन असल लिस्टिंग उससे भी बेहतर रही है. इसका मतलब है कि बाजार की धारणा कंपनी के पक्ष में मजबूत बनी हुई थी. एंकर निवेशकों ने भी पहले ही 195 करोड़ रुपये का निवेश किया था, जिससे भरोसा और बढ़ा है.
अब निवेशक शेयर को क्या करें बेचें या होल्ड रखें?
मार्केट एक्सपर्ट्स का मानना है कि जिन्होंने शॉर्ट टर्म के लिए निवेश किया है, वे कुछ शेयर बेचकर मुनाफा बुक कर सकते हैं. वहीं, जो निवेशक लंबे समय के लिए सोच रहे हैं, वे शेयर को होल्ड कर सकते हैं. कंपनी महिलाओं की सेहत, डायबिटीज, हार्ट और अन्य क्रॉनिक बीमारियों की दवाओं पर फोकस करती है, जो भविष्य में स्थिर ग्रोथ का संकेत देता है.
कंपनी का बिजनेस कितना मजबूत है?
अहमदाबाद स्थित कोरोना रेमेडीज के पास 67 से ज्यादा ब्रांड्स हैं और इसकी पकड़ कई थेरपी सेगमेंट्स में है. लिस्टिंग के बाद कंपनी का मार्केट कैप लगभग 8,880 करोड़ रुपये पहुंच गया है, जो इसकी मजबूत शुरुआत को दिखाता है.
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