लोयाबाद : सेंद्रा में बुधवार की रात लगभग पौने नौ बजे शराब पी रहे युवकों को पकड़ना लोयाबाद पुलिस को बुधवार रात को महंगा पड़ गया. विरोध में ग्रामीणों ने पुलिस के साथ मारपीट की. उसमें हवलदार गणेश पासवान घायल हो गये. उन्हें हाथ में चोट लगी है. उनका उपचार क्षेत्रीय अस्पताल में कराने के बाद पीएमसीएच भेज दिया गया. ग्रामीणों ने एएसआइ केपी यादव सहित पुलिस बल के साथ भी धक्का-मुक्की की.
केपी यादव को एक महिला ने चप्पल से पिटाई कर दी. उससे वह चोटिल हो गये. सैकड़ों ग्रामीणों के बीच कुछ देर के लिए पूरी गश्ती दल असहाय रही. उन्हें अभद्रता का सामना करना पड़ा. बाद में लोयाबाद थाना से पहुंचे अतरिक्त जवान भी बेबस नजर आये. आधा घंटा तक हंगामा होता रहा. पुलिस को लाठी से हुर दिया गया और चप्पलें भी दिखाई गयी.
बारिश ने बचायी पुलिस की जान
हंगामा के बीच बारिश होने लगी तो भिड़ तितर-बितर होने लगी. इसी में पुलिस वहां से जान बचाकर निकल गयी. इधर, एएसआइ केपी यादव का कहना था कि कनकनी कार्यालय में मंगलवार की रात हुई आपराधिक घटना में एक युवक शामिल था. उसे पकड़ने गये थे. इसी में भीड़ में मेरे साथ बदतमीजी की.
भारी विरोध के बाद वापस लौट गये. थाना प्रभारी संजय चंद्र उरांव ने कहा कि पुलिस के साथ उद्दंडता करने वाले बख्शे नहीं जायेंगे. कहा कुछ युवक एक जगह शराब पी रहे थे. शराबी युवकों को थाना लाया जा रहा था, तो कुछ ग्रामीण पुलिस के साथ उलझ गयी. पहचान कर आरोपियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की जायेगी.
ग्रामीणों ने सिर्फ विरोध किया : लोको भुइयां
ग्रामीण लोको भुइयां ने कहा कि वह अपने घर के पास बैठा था. तभी पुलिस वहां पहुंची और शराब पीने की बात बोलते हुए उसे पकड़कर पीटने लगी. जब पुलिस जबरदस्ती मुझे जीप पर बैठाने लगे तो ग्रामीण ने विरोध किया. ग्रामीणों ने कोई मारपीट नहीं की है. पुलिस ग्रामीणों को फंसाने में लगी है.
कैसे क्या हुआ
सेंद्रा में एक जगह पर चार पांच युवक महुआ शराब पी रहे थे. गश्ती दल ने उन युवकों में से लोको भुंइया को पकड़ कर लाने का प्रयास किया. उसे पकड़ते ही मामला बिगड़ गया. सैकडों ग्रामीण जमा हो गये. उनमें महिला भी शामिल थीं. सभी ने पुलिस को घेर लिया और मारपीट की.
उपद्रवियों पर होगी प्राथमिकी : डीएसपी
डीएसपी विधि-व्यवस्था मुकेश कुमार ने कहा कि आरोपियों पर एफआइआर की जा रही है. पुलिस के साथ बदतमीजी व आरोपियों को कस्टडी से छुड़ाने वालों पर धारा 353 के केस होगा. किसी को भी बख्शा नहीं जायेगा.